यह भी पढ़ें
हरिद्वार से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी, यूपी के जिलों में बनी बाढ़ की संभावना दरअसल, मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर टांडा तहसील को जोड़ने वाला पुल अंग्रेजों के जमाने का था, जो काफी छोटा था। अक्सर वहां जाम की समस्या बनी रहती थी, ऐसे में सपा शासनकाल में पूर्व मंत्री और वर्तमान सांसद आजम खान ने उस पुल को तुड़वाकर उसके स्थान पर बड़ा पुल बनवाने का काम शुरू किया था। सपा शासनकाल में 70 फीसदी काम इसका पूरा हो चुका है। उधर, सत्ता परिवर्तन के बाद आई भाजपा सरकार में बीते चार वर्षों से ये काम अधूरा ही पड़ा हुआ है। जिसके कारण लोगों को खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह भी पढ़ें
घर से भागे प्रेमी युगल ने गंगनहर में लगाई मौत की छलांग, रस्सी बंधे मिले शव गौरतलब है कि पहाड़ी इलाकों में जब बरसात के मौसम में बारिश होती है तो कोसी नदी में उफान आ जाता है। इस दौरान आशंकाओं के चलते प्रशासन ने हर बार की तरह इस बार भी अस्थाई पुल को हटा लिया है। जिसके चलते कई गावों का मुख्यालय से कनेक्शन टूट गया है। हालांकि कई लोग अपनी जिदंगी को दांव पर लगाकर नदी को पार कर रहे हैं। उधर, बारिश खत्म होने के बाद स्थानीय प्रशासन फिर यहां पर अस्थाई पुल बना देगा।