आचार संहिता उल्लंघन का यह मामला 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान स्वार थाने में दर्ज हुआ था। उन पर आरोप था कि अचार संहिता के चलते उन्होंने एक सड़क का उद्घाटन किया है। मामले में साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए बरी कर दिया है।
इससे पहले एक और आचार संहिता उल्लंघन केस में वो बरी हो चुकीं हैं। केमरी थाने में 2019 में ही सपा नेता आजम खान के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण देने के आरोप में उनपर मामला दर्ज हुआ था। इसमें कोर्ट ने गवाह के अभाव में उन्हें बरी कर दिया था। जिसके बाद दूसरे आचार संहिता उल्लंघन मामले में जया प्रदा को राहत दी है।