सपा शासन में दी गई आजम खान को इस जमीन की जांच तहसीलदार कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक, एसडीएम ने दूसरे पक्ष को सुनने के लिए तीन बार कोर्ट में तारीख लगाई। लेकिन आजम खान पक्ष की तरफ से कोई भी अदालत में पेश नही हुआ। जिसके बाद एसडीएम प्रेम प्रकाश तिवारी ने उनकी लीज समाप्त कर दी है। आरोप है कि कोसी नदी की रेत की जमीन को आजम खान ने सत्ता में रहते नियम कानून को ताक पर रखकर लीज पर ली थी। उस जमीन पर जौहर यूनिवर्सिटी का कैंपस बनाया गया था। ये जमीन यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर है।
पिछले कुछ दिनों में आजम खान पर जिला प्राशासन ने शिंकजा कसा है। आजम खान ने आरोप लगाया था कि उन्हें और परिवार को प्रताड़ित करने के लिए जिला प्रशासन 26 मुकदमे दर्ज कर चुका हैं। सांसद आजम खान को हालही में जिला प्रशासन ने भूमाफिया घोषित किया था। यह मामला पाटी की तरफ से दोनों सदनों में उठाया गया हैै। उधर, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जौहर यूनिवर्सिटी की जमीनों को लेकर आजम खान के खिलाफ दर्ज कराए जा मुकदमों का मुद्दा उठाया है।