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वहीं सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने 6 छात्र-छात्राओं के नाम पते दर्ज कर लिए। साथ ही उनके हाथों में जो तख्तियां थी उसे भी पुलिस ने अपने कब्ज़े में ले लिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रदर्शन करने आये छात्र छात्राओं को वार्निंग देते हुए कहा कि तुम्हारी भलाई इसी में है कि आप यहां से तुरन्त चले जाओ, वर्ना तुम्हारा फ्यूचर खराब होते देर नहीं लगेगी। उन्होंने छात्रों को हिदायत देते हुए कहा कि आपका काम पढ़ने का है, ना कि प्रदर्शन करने का। जाते वक्त सिटी मजिस्ट्रेट बोले एक नोटिस तुम्हारे परिजनों को भेजूंगा। उसके बाद आप नहीं मानें तो कार्रवाई की जाएगी। अगर आपको पदर्शन ही करना था तो आपको लिखित तौर पर परमिशन लेनी चाहिए थी। समस्या का समाधान करते।
यह भी पढ़ें : ‘जिस तरह कश्मीर में धारा 370 और 35ए हटी है, उसी तरह अब जल्द ही अयोध्या में बनेगा राम मंदिर’ वहीं सभी छात्र-छात्राएं उनकी बात सुनकर तुरंत वहां से चले गए, लेकिन तमाम छात्रों का कहना था कि क्या हम अपनी आवाज बुलंद नहीं कर सकते। जो किताबें वहां से प्रशासन लेकर आया है, वह हमारी किताब एक थीं। हमारी लाइब्रेरी की किताब थीं। हम उन्हें पढ़ते थे, हमें उन्हें पढ़ना है। डीएम साहब और एसपी साहब हमें पुस्तके दीजिए।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी कैंपस में बनी मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी से पुलिस ने छापा मारकर चोरी की 2000 पुस्तकें बरामद की थीं। एसपी अजय पाल शर्मा ने बताया था कि यह चोरी की पुस्तकें थी, जो यहां से बरामद हुई हैं। अभी मामले की जांच चल रही है। इसी को लेकर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचें।