सरकारी जमीन बताकर मकान तोड़ने का है आरोप
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में गरीबों के लिए आसरा आवास बनवाए थे। यहां पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे, जिन्हें सरकारी जमीन पर बताकर तोड़ दिया गया था। इन लोगों द्वारा ही भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में गंज कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए गए थे। गवाह न आने से टली सुनवाई
इन मुकदमों में पहले आजम खान नामजद नहीं थे, लेकिन अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खान को भी आरोपी बनाया था। इन मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। इनमें छह मामलों में फैसला हो चुका है। पांच मामले अब भी विचाराधीन हैं। पांचों मामलों की एक साथ सुनवाई की जा रही है। बुधवार को भी सुनवाई थी, लेकिन सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सीमा राणा ने बताया कि गवाह न आने से सुनवाई नहीं हो सकी।