यह भी पढ़ें: चुनाव से ठीक पहले भाजपा के गढ़ से आई बुरी खबर, मोदी के दिग्गज मंत्री को लोगों ने उल्टे पांव भगाया
गौरतलब है कि रविवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव की सभा में आजम खान ने कहा था कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए। आपने 10 साल जिससे अपना प्रतिनिधित्व कराया। उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लगे। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है। आजम खान के इस बयान को जया प्रदा से जोड़कर देखा गया। इसके बाद जहां राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही है, वहीं केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने भी आजम पर हमला बोला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से रविवार रात को कोतवाली शाहबाद में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी, राम मंदिर, आतंकवाद और जाटों को लेकर सीएम योगी से पहले किसी ने नहीं दिया ऐसा बयान
हालांकि, आजम खान ने अपनी सफाई में कहा है कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया। ‘मैं रामपुर से नौ बार विधायक और एक बार मंत्री रहा हूं। मुझे पता है क्या कहना है। अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने किसी का नाम लेकर अपमान किया, तो मैं चुनाव से हाथ पीछे कर लूंगा।’ उन्होंन ये भी कहा कि मैं दिल्ली के एक व्यक्ति का जिक्र कर रहा था जो अस्वस्थ है, जिसने कहा था, ‘मैं 150 राइफलें लेकर आया था और अगर मैंने उसे देखा होता तो मैं आजम को गोली मार देता।’ उसके बारे में बात करते हुए, मैंने कहा, ‘लोगों को जानने में काफी समय लगा और बाद में पता चला कि वह आरएसएस शॉट्र्स पहने हुए था।
यह भी पढ़ें- यूपी के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में हुए मतदान का प्रतिशत जानकर आपके उड़ जाएंगे होश
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के प्रचार करने पर रोक लगा दी है. चुनाव आयोग की ये रोक 16 अप्रैल से शुरू होगी. जो कि योगी आदित्यनाथ के लिए 72 घंटे और मायावती के लिए 48 घंटे तक लागू रहेगी।