सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जिला अस्पताल लेकर चले गए। परिजनों के पहुंचने से पहले ही पुलिस निकल चुकी थी। इसके बाद परिजन शिवम की हालत जानने के लिए कभी कोतवाली तो कभी सीएचसी में भटकते रहे। पुलिस काफी देर तक मौत की बात छुपाए रही।
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परिवार में मच गया कोहरामपुलिस ने रात को मोर्चरी में शव रखवा दिया। लेकिन कोतवाल मानचंद ने तब भी मौत की सूचना से इंकार किया। उनका कहना था कि जब तक डॉक्टर का मेमो उनके पास नहीं आएगा। तब तक वह पुष्टि नहीं कर सकते। उनका सिपाही शुरू से आखिर तक शिवम के साथ था। इसके बाद अस्पताल से जानकारी ली गई तब परिजनों को शिवम की मौत की जानकारी हुई और परिवार में कोहराम मच गया।