लोस चुनाव 2019 में जयाप्रदा पर की थी अभद्र टिप्पणी जयाप्रदा ने कहाकि, जब मैं 2019 में रामपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ रही थी, तब आजम खां ने मेरे बारे में अभद्र टिप्पणियां कर मुझे अपमानित किया। मुझे बहुत पीड़ा हुई। आज भी उस समय को याद करके में सिहर उठती हूं। यदि आजम खां ने उस समय अपने किए पर पश्चाताप किया होता तो आज यह दिन न देखना पड़ता।
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अब रूबी आसिफ खान रखेंगी छठ महापर्व पर व्रत कहा, कट्टरपंथियों से जान का खतरा कोर्ट का फैसला बनेगा अन्य नेताओं के लिए सीख हरदिलअजीज जयाप्रदा ने कहा कि, कोर्ट ने आजम खां को सजा देकर महिलाओं, मजलूमों व अधिकारियों के प्रति बदजुबानी करने वाले नेताओं को एक बड़ी सीख दी है। इस फैसले के बाद अब भविष्य में कोई भी भड़काऊ और नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं देगा। आजम खां के खिलाफ जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है।
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ज्ञानवापी मामले में पांच केस की पावर ऑफ अटॉर्नी सीएम योगी को सौंपेगा विश्व वैदिक संघ सब कुछ इशारे पर हो रहा है – शफीकुर्रहमान बर्क हेट स्पीच मामले में आजम खान को कोर्ट से दी गई सजा पर संभल सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहाकि, आजम खां का ह्रैसमेंट किया जा रहा है। उन्होंने यूपी सरकार के साथ-साथ अदालत के आदेश पर सवालिया निशान उठाया। उन्होंने कहा कि जो कुछ हो रहा है, वह सब इशारे पर हो रहा है जो डील होती है, वही आदेश होता है।
सबकी निगाहें हाई कोर्ट पर टिकी सजा के साथ ही कोर्ट ने आजम खां को एक सप्ताह का समय दिया है कि, वे हाई कोर्ट में अपील कर सकते हैं। अगर कोर्ट उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगाता है तो आजम की सदस्यता बच जाएगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो आजम की सदस्यता के साथ ही उनके राजनीतिक करियर पर भी विराम लग जाएगा।