शहर में यहां सर्वाधिक स्थिति खराब
: कांकरोली चौपाटी से बड़ा दरवाजा तक
: पुराना बस स्टैण्ड से जे.के.मोड तक
: जे.के. मोड से मुखर्जी चौराह तक
: कांकरोली बस स्टैण्ड से द्वारकेश चौराहा
: सौ फीट रोड से टीवीएस चौराहा
: राजनगर स्थित फव्वारा चौक
: धोईंदा में बस स्टैण्ड के सामने
: पुराना बस स्टैण्ड से जे.के.मोड तक
: जे.के. मोड से मुखर्जी चौराह तक
: कांकरोली बस स्टैण्ड से द्वारकेश चौराहा
: सौ फीट रोड से टीवीएस चौराहा
: राजनगर स्थित फव्वारा चौक
: धोईंदा में बस स्टैण्ड के सामने
1137 स्ट्रीट वेंडर चिन्हित
नगर परिषद के जानकारों के अनुसार जिला मुख्यालय पर 2018 के अनुसार 1137 स्ट्रीट वेंडर है। इसमें से कांकरोली बस स्टैण्ड के पास सब्जी मंडी, राजनगर स्थित सब्जी मंडी में स्ट्रीट वेंडरों को जगह अलॉट कर दिया है। इसके बदले प्रतिमाह निर्धारित शुल्क भी जमा कराया जाता है। इसके अलावा सभी स्ट्रीट वेंडर ठेले लगाकर, थड़ी अथवा स्टॉल करकर काम कर रहे हैं।यह किए थे वेडिंग जोन के चिन्हित
शहर के किसान भवन से कृषि मंडी के मैनगेट तक दीवार के सहारे 35 स्ट्रीट वेंडरों के लिए चिन्हित की थी। इसी प्रकार कमला नेहरू हॉस्पिटल के बाहर 20, विवेकानंद विद्यालय सूरजपोल तथा पटवार भवन के आगे 20, राधिका हॉस्पिटल के बाहर 10, पोस्ट ऑफिस के पीछे 15, सुलभ शौचालयों के आगे इरिगेशन रोड 25, लगोट चौराह/द्वारकेश चौराया बस स्टैण्ड 15, कमल तलाई रोड ट्रांसफार्मर से सुलभ शौचालय तक 30, राडाजी मंदिर के पास विल विलास बाग के बाहर 25, लंगोट चौराहा/द्वारकेश चौराहा से कांकरोली बस स्टैण्ड मैन गेट तक विल विलास बाग के बाहर 20, धोईंदा बस स्टैण्ड के मुख्य गेट के पास वाली दीवार से रोड की तरफ 20, जिला परिषद के बाहर साइड में 20, शर्मा हॉस्पिटल से एवीवीएन बिजली विभाग के पास तक 30 अस्थाई, सनवाड़ चौराहा 10 अस्थाई, फव्वारा चौक 15-20, आर.के.चिकित्सालय के पास 20-25 एवं पीएचईडी ऑफिस के सामने से नौ-चौकी तक 18 अस्थाई दुकानें लगाई जा सकती है।नॉन वेडिंग जोन के लिए चिन्हित जगह
टीवीएस चौराहा से पानी की टंकी, जल चक्की से टीवीएस चौराहा, जल चक्की से मुखर्जी चौराहा, पीएचसी से फव्वारा चौक, कलक्ट्रेट के बाहर, कलक्टर निवास रोड, जिला परिषद के सामने वाली रोड, कलक्टर निवास के पीछे वाली रोड, नई सब्जी मंडी/ऑटो स्टैण्ड के बाहर नॉन वेडिंग जोन बनाने की चर्चा की गई थी।मामले की ली जाएगी जानकारी
शहर में वेडिंग और नॉन वेडिंग जोन का मामला दिखवाता हूं।- दुर्गेश सिंह रावल, आयुक्त नगर परिषद राजसमंद
Hindi News / Rajsamand / राजस्थान के इस शहर की यह योजना छह साल से ठंडे बस्ते में, नहीं दे रहा कोई ध्यान…पढ़े पूरा मामला