देवगढ़. मावली से देवगढ़ तक मीटरगेज लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है। वहीं, मेवाड़ को रेलवे के माध्यम से मारवाड़ से जोडऩे का सपना भी अब शीघ्र साकार होगा। इसके लिए देवगढ़ से बर को रेलवे से सीधा जोडऩे के लिए देवगढ से बर तक करीब 85 किलोमीटर लंबी रेल लाइन डालने के लिए सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है। इसमें देवगढ से बर के मध्य नौ रेलवे स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। जबकि, अब कामलीघाट से मारवाड जंक्शन के मध्य मीटरगेज लाइन ही रहेगी। इसको हेरिटेज क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। ऐसे में कामलीघाट में मीटर गेज यार्ड का निर्माण भी होगा। वर्तमान में नाथद्वारा से देवगढ़ तक ब्रॉडगेज लाइन को लेकर काफी तीव्र गति से ट्रेक बिछाने सहित अन्य निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिसमे दिन-रात कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में मावली से देवगढ़ तक ब्रॉडगेज लाइन डालने का काम चल रहा है। इसके बाद द्वितीय चरण में देवगढ़ से बर रेलवे लाइन का काम शुरु होगा। देवगढ से बर तक 85 किमी सर्वे का कार्य करीब 42.50 लाख रुपए की लागत से किया जा रहा है। मावली-मारवाड़ रेलवे लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने में वन विभाग के कारण आ रही समस्याओं के समाधान की दिशा में रेलवे की ओर से लाइन को देवगढ़ से बर को जोडऩे के लिए नया पीईटी सर्वे कराने की स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसके सर्वे का काम लगभग पूरा होने को आया है। गौरतलब है कि मावली से मारवाड़ के बीच रेलवे लाइन के मध्य वन्य जीव अभयारण्य आने के कारण इसके आमान परिवर्तन में काफी समस्या आ रही थी। जिसको देखते हुए ही रेलवे के इंजीनियरों के सुझाव पर इस रेल लाइन को बर से जोडऩे के लिए एक नया सर्वे कराया गया है।
देवगढ़-बर के बीच यह होंगे स्टेशन
देवगढ-बर के मध्य डाली जाने वाली रेलवे लाइन में नौ रेलवे स्टेशन प्रस्तावित किए गए है। इसमें लसानी, ताल, भीम, बली-जस्साखेड़ा, तारागढ़, जवाजा, काबरा, कालाबड़ एवं बर शामिल हैं। रेलवे का यह नया रुट होने के कारण भीम, जस्साखेड़ा, जवाजा रेलवे सेवा से जुड़ जाएंगे। ऐसे में इन क्षेत्रों के लोगों को भी रेलवे में आवागमन की सुविधा मिलेगी।इसलिए बढ़ेगा देवगढ़ का महत्व
देवगढ़ से बर जुडऩे के बाद मेवाड़ व मारवाड़ क्षेत्र के बीच बड़ी रेल लाइन से संपर्क हो जाएगा। इससे एक ओर क्षेत्र के लोगों को उदयपुर, जयपुर जाने की सुविधा मिलेगी तो वहीं उदयपुर और जोधपुर, बीकानेर एवं जैसलमेर आदि का भी रेलवे से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। नए ट्रेक देवगढ से बर तक बिछाने से राजस्व बढ़ेगा। वही देवगढ से नाथद्वारा तक करीब 90 किलोमीटर मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने का काम चल रहा है। इसमें इस मार्ग के स्टेशनों का निर्माण कार्य भी साथ ही चल रहा है।इस तरह से होगा रेलवे लाइनों का आपस में कनेक्शन
वर्तमान में बर का अजमेर-जयपुर से रेल लाइन का सीधा जुडाव है। पर्यटन के लिहाज से वर्तमान में मेवाड़ क्षेत्र के उदयपुर से जोधपुर तक बड़ी लाइन की सीधी रेल सेवा नहीं है। ऐसे में देवगढ से बर तक नई रेल लाइन डाले जाने से पश्चिमी राजस्थान यानि जोधपुर, जैसलमेर, नागौर, बीकानेर से उदयपुर तक सीधी रेल सेवा सुगम हो जाएगी। इसके अलावा उदयपुर से अजमेर नए रुट से रेल लाइन से सीधा जुड़ जाएगा। ऐसे में अजमेर से उदयपुर व अहमदाबाद तक रेल लाइन का वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा।देवगढ़ स्टेशन पर युद्ध स्तर पर चल रहा कार्य
आमान परिवर्तन कार्य के तहत रेलवे के ठेकेदारों की ओर से प्रारंभिक तौर पर ब्रॉडगेज रेल लाइन के लिए मार्ग के समतलीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसमें रेल का संचालन बंद होने के बाद ज्यादातर स्थानों से पटरी भी उखाड़ी जा चुकी है। वहीं, रेलवे के लिए प्रशासन की ओर से भूमि अवाप्ति का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। इससे अब मार्ग में आने वाली पुलियाओं के साथ ही अंडरब्रिज एवं ओवरब्रिज आदि का कार्य भी शुरू किया जा चुका है। इसके साथ ही ब्रॉडगेज की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त चौड़ाई एवं लंबाई के अनुसार प्लेटफॉर्म के निर्माण को लेकर जमीन को समतल करने के साथ निर्माण भी शुरू कर दिया गया है।देवगढ़ से बर का सर्वे जल्द होगा पूर्ण
राजस्थान में रेलवे विकास कार्य प्रगति की ओर अग्रसर है। रेलवे महत्वकांक्षी परियोजनाओं के कार्यों को शीघ्र ही अंतिम रूप दे रहा है। देवगढ़ से बर रेलवे लाइन के सर्वे का कार्य चल रहा है, जो कि अतिशीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा। कैप्टन शशिकिरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर Rajsamand News : नगर परिषद के स्नानघर से गायब हो गई यह चीज, रह गया नाम..पढ़े पूरी खबर