डबल इंजन की सरकार, फिर कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व की घोषणा का इंतजार
कांग्रेस का बोर्ड बनने पर की थी घोषणा
नगर परिषद के चुनाव 2021 में हुए थे। यहां पर कांग्रेस का बोर्ड बनने के बाद जनसंवाद में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी जोशी की अनुशंसा पर तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने घोषणा की थी। इसके तहत धारीवाल ने मंदिर तक आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की अनुमानित लागत 30 करोड़ की मंजूदी दी थी।अब यहां से बनाया गया प्रस्ताव
नगर परिषद की ओर से विधानसभा चुनाव से पहले तीसरी बार प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेजा गया। इसमें नौ-चौकी के नीचे अरविन्द स्टेडियम के पीछे से वन विभाग की जमीन से होते हुए दयालशाह किले के पास से होते हुए द्वारकाधीश मंदिर तक जाने वाले मार्ग की पीपीटी तैयार करवाकर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण को भेजी गई है। वहां से उक्त प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने की स्थिति में इसके अन्तर्गत आने वाली वन विभाग की जमीन के लिए अनुमति की कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले नौ-चौकी से हुसैनी मस्जिद, सलूस रोड, अखाड़ा होते हुए द्वारिकाधीश मंदिर के नीचे स्थित जलघरा घाट तक एलीवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था, जिसे निरस्त कर दिया गया। इसके बाद झील के निकट से प्रस्ताव बनाकर भेजा था, जिसे भी निरस्त कर दिया गया था।नहीं मिल रही एनओसी
नौ-चौकी पुरातत्व विभाग के अन्तर्गत आती है। ऐसे में स्मारक के 100 मीटर में दायरे में निर्माण प्रतिबंधित होता है। इसके बाद भी 200 मीटर क्षेत्र में निर्माण के लिए एनओसी की आवश्यकता होती है। उक्त एनओसी लेने के लिए पिछले दो साल से कवायद जारी है।400 मीटर का होगा एलिवेटेड रोड
सेवाली से द्वारकाधीश मंदिर तक जाने के लिए करीब 3300 मीटर रोड का निर्माण होगा। इसमें एलीवेटेड रोड करीब 400 मीटर का होगा। इसके साथ ही पार्किंग बनाने सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। हाइवे से प्रवेश करने वाले मार्ग को भी चौड़ा किया जाएगा।फिर बनाकर भेजा प्रस्ताव
सेवाली से मंदिर तक पहुंचने के लिए बनने वाले एलीवेटेड रोड के लिए पहले दो प्रस्ताव बनाकर दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण को भेजे गए थे। वहां से उन्हें निरस्त कर दिया गया था। विधानसभा चुनाव से पहले तीसरी बार नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। वहां से एनओसी मिलने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।-तरूण बाहेती, एक्सईएन नगर परिषद राजसमंद