विद्यार्थी शंकरलाल और अन्य छात्रों ने बताया कि महाविद्यालय के पास से गुजरने वाली बसों में ठहराव की कमी के कारण उन्हें काफी परेशानी होती है और उन्हें निजी वाहन में यात्रा करनी पड़ती है। वहीं, बालिका राधा और अन्य छात्राओं ने इस बात पर ध्यान दिलाया कि सरकार भले ही छात्राओं की उच्च शिक्षा के लिए कई योजनाएं चला रही हो, लेकिन उन छात्रों के लिए उचित परिवहन व्यवस्था उपलब्ध नहीं है।
इस मुद्दे को लेकर अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, सांसद, विधायक, जिला प्रमुख और प्रधान से ठहराव की व्यवस्था लागू करने की मांग की है। इधर, डुमखेड़ा के नव युवक मंडल ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है।