धरने पर पार्षद व कांग्रेस के नगर अध्यक्ष दिनेश जोशी ने बताया कि पांच-छह महीने से पालिका अध्यक्ष शहर की सड़कों एवं वार्डाें की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने 6 करोड़ का टेंडर निरस्त कर दिया। इसके बाद दूसरा व तीसरा टेंडर भी निरस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हम तो भाजपा के वार्ड में भी विकास कराने की कार्यवाही कर रहे हैं, परंतु इसमें नेतागिरी की जा रही है। उन्होंने भाजपा नगर अध्यक्ष पर भी कार्य नहीं कराने का आरोप लगाते हुए विधायक को भी आड़े हाथों लेेते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने एक पैसा नहीं भिजवाया।
उधर, सत्ताधारी बोर्ड की ओर से पालिका ईओ को पत्र देकर शहर के विकास को लेकर जो कार्य कराने हैं, उनका टेण्डर जारी करने एवं बोर्ड की बैठक बुलाने की भी मांग की गई । धरने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचें पालिका आयुक्त एसके जिंदल ने बताया कि टेंडर में तकनीकी गलती के कारण उसको पुन: कराने की कार्यवाही की जाएगी। वहीं, बोर्ड मीटिंग का एमएलए को पत्र भिजवा दिया गया है। ऐसे में उनके निर्देशाें के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
इधर विरोध प्रदर्शन को लेकर पालिका बोर्ड में विपक्षी नेता व भाजपा नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा ने बताया कि शहर के विकास में कोई विरोधी नहीं है ,परंतु व्यक्तिगत विकास के विरोधी हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी ने पालिका अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनकी जांच किए बिना टेंडर जारी नहीं किए जा सकते। ऐसे में मामले की जांच होनी चाहिए।