राजसमंद झील के लबालब होने के साथ ही जलमग्न हुई नौचोकी पाल की छतरियां। नौचोकी पाल व जलमग्न छतरियों पर सैर सपाटा करते लोगों का विहंगम दृश्य। राजसमंद झील के लबालब भरने पर भाणा व लवाणा गांवों के मुख्य रास्तों व मकानों के अगल-बगल में भरा पानी। भाणा में झील का जलागम क्षेत्र होने से लबालब भरे है प्रमुख रास्ते। राजसमंद झील के लबालब भरने पर लवाणा में लोगों के मवेशियों के बांधने के लिए बने बाड़ों में भरा पानी। नौचोकी पाल पर स्थित घेवर माता मंदिर परिसर में एक से दो फीट तक भरा पानी। नौचोकी पाल पर स्थित घेवर माता मंदिर में माताजी के दर्शन कर लौटते श्रद्धालु। भाणा व लवाणा के बाड़ों में पानी भरने से सडक़ किनारे बंधे मवेशी। राजसमंद झील के लबालब होने पर सेवाली के पास सडक़ पर आया पानी और वैकल्पिक तौर पर आवाजाही बहाल करने के लिए नगरपरिषद द्वारा डाला गया मिट्टी का भराव।