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राजसमंद के इन नेताओं को जनता ने पहुंचा दिया विधानसभा, जनता के मुद्दे पांच, 10 और 20 साल से वहीं अटके

चारों विधानसभा सीटों पर सत्तारूढ़ होने जा रहे दल भाजपा के विधायक काबिज, पिछले एक और दो दशक से लम्बित समस्याओं-जरूरतों का चिह्नीकरण व वर्गीकरण कर अमल में लाने की दरकार
 

राजसमंदDec 08, 2023 / 10:24 pm

jitendra paliwal

राज्य विधानसभा चुनाव-2023 के जनादेश से सत्तारूढ़ हो रही भाजपा को राजसमंद जिले ने चारों ही सीटों पर विधायक चुनकर दिए हैं। मतदाताओं ने मतों से उनकी झोली पूरी तरह भर दी है। मतदान के साथ ही मत प्राप्ति के रिकॉर्ड भी टूटे हैं। लिहाजा, अब बारी विधानसभा और सरकार में राजसमंद की आवाज बुलंद करने जा रहे चारों माननीयों की है, जिनसे करीब दो दशकों से लम्बित और जरूरी योजना-परियोजनाओं पर काम करके खरा उतरने की उम्मीदें हैं। जनता उनसे फिर पांच साल बाद उनके प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड लेगी, मगर अभी पूरा वक्त है। एक-दो, पांच, 10-20 साल और दीर्घकालीन योजनाओं पर काम हो, तो जनता को राहत मिले।
राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के बड़े मुद्दे
(विधायक : दीप्ति माहेश्वरी, दूसरी बार चुनी गईं)

1. मार्बल उद्योग को बढ़ावा देने औद्योगिक नीति का रिव्यू, करों में राहत और प्रोत्साहन योजनाएं।
2. माइनिंग यूनिवर्सिटी की स्थापना से तकनीकी शिक्षा आधारित रोजगार का उत्पादन।
3. राजसमंद झील सदानिरा रखने के लिए बड़ी परियोजना पर काम हो।
4. खारी फीडर का विस्तारीकरण कार्य अगले मानसून से पूर्व पूरा हो।
5. राजसमंद झील की पाल की विशेषज्ञों की निगरानी में मरम्मत कराई जाए।
6. झील से जुड़ी नहरों के तंत्र का सुदृढ़ीकरण कर जल अपव्यय रोका जाए।
7. राजसमंद में मत्स्याखेट, अवैध कब्जे, डम्पिंग व अवैध गतिविधियां रोकी जाएं।
8. पर्यटन नगरियों राजसमंद व कुम्भलगढ़ को जोडऩे के लिए मेगा हाइवे बनें।
9. जिला अस्पताल में मानव संसाधन व चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाई जाएं।

कुंभलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 10 बड़े मुद्दे
(विधायक : सुरेन्द्र सिंह राठौड़, पांचवीं बार चुने गए)

1. सुगम सडक़ों का अभाव
2. पेयजल के स्थाई समाधान की जरूरत
3. स्थाई रोजगार की कमी
4. निर्बाध बिजली आपूर्ति का तंत्र विकसित करना
5. सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर
6. एक भी रोडवेज नहीं चलने से ग्रामीणों-पर्यटकों को परेशानी
7. सीएचसी केलवाड़ा में वर्षों से महिला रोग विशेषज्ञ का अभाव, रेडियोलॉजिस्ट की दरकार
8. धर्मनगरी चारभुजा का टेम्पल टाउन के रूप में विकास
9. पहाड़ी क्षेत्र में कृषि उत्पादन की तकनीकों को लागू करने की आवश्यकता
10. बेड़च का नाका परियोजना की घोषणा पूरी हो
भीम विधानसभा क्षेत्र के मुख्य मुद्दे
(विधायक : हरि सिंह रावत, चौथी बार चुने गए)

1. चंबल परियोजना के कार्य पूरे हों, ताकि जल्द घर-घर तक पानी पहुंचे।
2. बग्गड़ रिको क्षेत्र को वजूद में लाने की जरूरत, ताकि औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो व रोजगार मिले।
3. भीम एवं देवगढ़ मे चिकित्सा सुविधा बेहतर हो, वर्तमान में मरीजों को रेफर करने की बड़ी समस्या ।
4. भीम-देवगढ़ के कॉलेजों में व्याख्याताओं की खासी कमी।
5. देवगढ़ में निर्माणाधीन आईटीआई के कार्य को जल्द पूरा करना।
6. देवगढ़ में एसीजीएम कोर्ट की स्थापना।
7. भीम-देवगढ़ में महिलाओं की उच्च शिक्षा के लिए महिला कॉलेज की स्थापना एवं तकनीकी शिक्षा के लिए पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना।
8. ब्रॉडगेज सैकंड फेज की क्रियान्विती करना।
9. भीम देवगढ़ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं लसानी में पुलिस चौकी की स्थापना।
10. देवगढ़ में लसानी चौराहे पर थोक सब्जी मंडी की स्थापना।

नाथद्वारा विधानसभा के खास मुद्दे
(विधायक : विश्वराज सिंह मेवाड़, पहली बार चुने गए)

1. डीएमएफटी में मंजूर अरबों रुपए के प्रोजेक्ट्स नियत अवधि में पूरे करना।
2. रेलमगरा-दरीबा क्षेत्र में पर्यावरण व जल प्रदूषण को रोकना व रोजगार।
3. पर्यटन केन्द्रों व गांवों को जोड़ती सडक़ों की दुर्दशा सुधारना।
4. नाथद्वारा-हल्दीघाटी टूरिस्ट सर्किट के काम पूरे करना।
5. नाथद्वारा सिटी में यातायात, पार्किंग की बदइंतजामी।
6. श्रीनाथजी की नगरी का टेम्पल टाउन के रूप में विकास अधूरा।
7. सिंहाड़, नाथूवास सरोवर और बनास के घाट की दुर्दशा।
8. बनास नदी में अवैध बजरी खनन पर लगाम।

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