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प्रधान ने 27 लाख देने के आरोपों से लिया यू-टर्न

कहा- मुझे बीडीओ ले गए, चाय-बिस्किट खिला बेहोश किया, प्रधान पलटे : कहा- मुझे एमएलए से मिलने ब्यावर ले जाने का बोल होटल में डाला, कानूनी कार्यवाही करूंगा, प्रदेशाध्यक्ष के नाम जारी शिकायती-पत्र पर भी डिजिटल हस्ताक्षर के गलत इस्तेमाल का आरोप, भीम विधायक के नाम से बार-बार बीडीओ द्वारा दबाव बनाने का लगाया आरोप

राजसमंदJul 08, 2021 / 11:09 am

jitendra paliwal

प्रधान ने 27 लाख देने के आरोपों से लिया यू-टर्न

राजसमंद. भीम के पूर्व भाजपा विधायक हरि सिंह पर प्रधान बनाने के नाम पर 27 लाख रुपए वसूलने के आरोपों से बीरम सिंह ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने भीम पंचायत समिति के विकास अधिकारी डॉ. रमेशचन्द्र मीणा पर विधायक से मिलवाने ब्यावर ले जाकर बेहोश कर देने का नया आरोप जड़ दिया है। इसके लिए बीडीओ पर कानूनी कार्यवाही करने की बात भी कही। नाटकीय घटनाक्रम के तहत प्रधान बीरम सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मंगलवार शाम छह बजे राजसमंद की नौचौकी पाल पहुंचे। यहां कुछ देर बाद पूर्व विधायक हरि सिंह रावत व उनके साथ इस मामले में भाजपा की ओर से नियुक्त जांच अधिकारी करण सिंह रावत समेत कुछ और लोग भी आ गए।
तीसरे दिन आकर बोले- मुझे टॉर्चर किया
प्रधान बीरम सिंह ने राजसमंद में पत्रकारों से कहा- मुझे बीडीओ मीणा पिछले 7 महीन में तीन बार भीम विधायक के ब्यावर स्थित घर ले गए। बार-बार टॉर्चर किया। मैंने अपनी पीड़ा उन्हें बताई। कहा कि न तो बिल उठ रहे, न मेरे हस्ताक्षर हो रहे। मनरेगा में कैसे मेट-मजदूर लगा रहे यह भी मुझे नहीं पता। बीडीओ ने मुझसे कहा था, आप तो साहब से मिल लो, सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। अबकी बार भी उन्होंने मुझे बुलाया। मैं मेरे घर से मेरी बाइक से गया। मेरे बच्चे के ससुराल में मैंने बाइक रख दी। वहां से बीडीओ की निजी गाड़ी में मुझे बैठाकर विधायक से मिलने के लिए ले गए। एक होटल पर ले जाकर मुझे नाश्ता करवाया। मैंने चाय-बिस्किट का नाश्ता किया, उसके बाद दो दिन तक क्या हुआ मुझे कुछ पता नहीं। वहां तीन लोग थे, जिनको मैं जानता नहीं था। प्रधान ने कहा, बीडीओ ने दो दिन के लिए उनके घर की तरफ चलने की बात भी कही थी, होश में आया तो मैं जयपुर में था। वहां से ऑटो लेकर भागकर भाजपा मुख्यालय पहुंचा, लेकिन अन्दर नहीं गया। वहां से डर के मारे सीधे घर आने की कोशिश की। इधर, इस मामले को लेकर पत्रिका ने भीम विधायक सुदर्शन सिंह से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उनका फोन आउट ऑफ कवरेज मिला।
मैं पांच दिन से भीम में हूं, तमाम आरोप झूठे- बीडीओ
प्रधान द्वारा लगाए आरोपों के जवाब में बीडीओ डॉ. मीणा ने कहा कि वह नशे जैसी चीज खिलाने-पिलाने की बात तो दूर है, वह प्रधान से मिले भी नहीं हैं इन दिनों में। मीणा बोले, पांच दिन से मेरी लोकेशन भीम की है। इसकी जांच की जा सकती है। मैं मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं गया हूं। मुझे तो प्रधान मिले ही नहीं। अखबारों में जरूर पढ़ा तो पता चला कि क्या चल रहा है। प्रधान के आरोप सही हैं तो वह साबित करें। इस तरह के झूठे आरोप क्यों लगा रहे, वे ही जानें। अगर डिजिटल सिग्नेचर काम में लिए हैं लैब में जांच करवाएं। इस पूरे मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है।
‘प्रधान पर कार्रवाई के लिए पार्टी स्वतंत्रÓ
पूरे मामले से भाजपा की भद्द पिटने के सवाल पर पूर्व विधायक ने कहा कि पार्टी प्रधान पर कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है। जो भी उचित लगे, करना चाहिए। जो भी करेगा संगठन करेगा। मेरे हाथ में कुछ नहीं है। प्रधान को अगवा करने की सच्चाई को सामने लाने के लिए कानूनी कार्रवाई के सवाल पर पूर्व विधायक ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है, तो निश्चित तौर पर कानून की मदद लेंगे।
‘बीडीओ ने मेरे लैटरपेड, डिजिटल हस्ताक्षर का इस्तेमाल कियाÓ
प्रधान ने विकास अधिकारी पर यह भी आरोप जड़ा कि कुछ दिनों पहले उनसे लैटरपेड ले लिया था। यह कहकर कि टेण्डर जारी करने में है, जिसमें उसकी जरूरत है। प्रधान का दावा है कि उन्होंने खाली लैटरपेड बीडीओ को दिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम जारी चिट्टी के बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है। उनके डिजिटल हस्ताक्षर भी बनवाकर पहले ले लिए गए थे। प्रधान ने कहा, मैं होश में होता तो ऐसा कभी नहीं करता, जो हुआ है।
ऐसे चला घटनाक्रम…
गत 3 जुलाई को शाम 5 बजे प्रधान के मोबाइल नम्बर से वॉट्सएप पर एक पत्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम जारी हुआ, जिसमें पूर्व विधायक हरि सिंह पर 27 लाख रुपए लेने का आरोप लगाया गया।
उसके कुछ देर बाद प्रधान का मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो जाता है। इससे हड़कम्प मच जाता है।
4 जुलाई को भाजपा जिला उपाध्यक्ष करण सिंह राव को पार्टी पूरे घटनाक्रम की जांच सौंपती है।
5 जुलाई की शाम पूर्व विधायक हरि सिंह रावत राजसमंद जिला भाजपा कार्यालय पहुंचकर अपनी सफाई देकर इसे विरोधियों की एक साजिश बताते हैं।
5 जुलाई की ही शाम जयपुर से बीरम सिंह खुद फोन कर लोगों को जल्द मामले का खुलासा करने की सूचना देते हैं।
6 जुलाई की शाम 6 बजे प्रधान राजसमंद पहुंचते हैं और भीम बीडीओ पर नशीला पदार्थ नाश्ते में मिलाकर खिला देने का आरोप लगाते हैं। इस दौरान आरोपों से घिरे पूर्व विधायक खुद उनके साथ नजर आते हैं।
इन सवालों के जवाब देने में टालमटोल
ब्यावर से जयपुर कैसे पहुंचे, जहां से खुद लोगों को फोन कर बताया कि मैं जयपुर हूं, दो दिन में राजसमंद आऊंगा?
अगर किसी ने धोखे से बेहोश किया, तो जयपुर भाजपा मुख्यालय पहुंचकर वहां पूरा घटनाक्रम क्यों नहीं बताया?
भीम या सम्बंधित थाने में पहुंचने की बजाय राजसमंद आकर मीडिया के सामने क्यों सफाई दी?
जिन पूर्व विधायक पर आरोप लगाया, वह भी साथ-साथ एक ही समय राजसमंद क्यों पहुंचे?
अगर कोई धोखेबाजी हुई तो प्रधान को हरि सिंह भाजपा जिला कार्यालय क्यों नहीं, जबकि एक दिन पहले ही वहां खुद ने सफाई दी थी

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