इस घटनाक्रम के दौरान पूर्व विधायक की पत्नी कल्पना कुंवर भी तहसील परिसर में स्थित बगीचे में मौजूद रही। वह काफी देर तक वहां रुकी रही। वैभवराज के दो भाई भी मौजूद थे। उनके कांग्रेस में जाने के निर्णय पर भाजपा के कुछ नेता वैभवराज को मना भी रहे थे। एक जिला पदाधिकारी कार्यकर्ताओं से कह भी रही थी कि समझाया है, लेकिन उसने मना कर दी। यहां कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि भी वैभवराज के साथ नजर आए।
नाथद्वारा. जिला परिषद सदस्य के लिये वार्ड संख्या ५ की जो सीट खासी चर्चा में है, उसके भाजपा एवं कांग्रेस के उम्मीदवारों का दो बार सोमवार को ही आमना-सामना हो गया। सूत्रों से जानकारी के अनुसार जिला परिषद राजसमंद के सदस्य के लिये वार्ड संख्या ५ से कांग्रेस की प्रत्याशी सूरज देवी एवं भाजपा की प्रत्याशी शशि चौधरी का नामांकन भरने का समय एक ही था । ऐसे में दोनों राजसमंद में जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पहुंची । इससे पहले दोनों ने सोमवार को अलसुबह प्रभु श्रीनाथजी के मंगला की झांकी के दर्शन किए । इस दौरान सूरजदेवी के पति कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर भी साथ थे , वहीं भाजपा की उम्मीदवार शशि भी मंगला के दर्शन करने अपने पति कैलाश चौधरी के साथ दर्शन करने पहुंची । इस दौरान दोनों की वहां पर मुलाकात हुई तब चौधरी दंपती ने देवकीनंदन के चरण स्पर्श किए।
बामनहेड़ा का मुझे प्रभारी बनाया था और मैंने टिकट मांगा तो नहीं दिया। मैनें भाई के लिये भी मांगा तो भी नहीं दिया तो फिर क्या करते। भाजपा के आला नेताओं ने पूरा सहयोग किया और यहां के छुटभइयों के इशारे पर जिले में भाजपा ने निर्णय कर कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। ऐसे में यह निर्णय लेना पड़ा।
वैभव राज सिंह चौहान, पूर्व विधायक के पुत्र
योगेन्द्र सिंह चौहान,
पूर्व विधायक के पुत्र