हां, खनन तो हो रहा है… ( rajsamand news ) राज्यावास सरपंच बाबूलाल खारोल बोले, तभी तो इन अभियंताओं ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखी है, जिन्हें अवैध बजरी खनन दिखता ही नहीं। जब विकास अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने कहा- क्या बजरी खनन हो रहा है? खान विभाग के एएमई घनश्याम बोले- हां, खनन तो हो रहा है, तब उपखंड अधिकारी सुरेशचंद्र खटीक ने कहा- एक एएमई दिन में और दूसरा रात में ही ड्यूटी करें। जाब्ता चाहिए, तो बताओ, मैं भिजवा दूंगा।
मेरे हवाले से जब्त कर लो… दिन में एक जगह एलएंडटी, जेसीबी खड़ी होने की शिकायत पर एसडीएम ने जब्त करने के निर्देश दिए, तो एएमई बोले- बजरी खनन स्थल के अलावा दूसरी जगह से हम जब्त नहीं कर सकते। इस पर उपखंड अधिकारी बोले- मैं बतौर मजिस्ट्रेट ऑर्डर दे दूंगा, मेरे हवाले से जब्त कर लो। तब सरपंच व सदस्य शांत हुए।
…नहीं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा पंचायत समिति सभागार में दोपहर ठीक बारह बजे बैठक शुरू हुई। प्रारंभ में विकास अधिकारी भुवनेश्वर सिंह ने सभी अधिकारियों का परिचय लिया। फिर स्पष्ट चेतावनी दी कि हर अधिकारी का बैठक में उपस्थिति होना अनिवार्य है। अगर अधिकारी पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में नहीं आएंगे, तो उन्हें सदन के द्वारा नोटिस जारी करने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा। क्योंकि जब तक सभी विभागीय अधिकारी नहीं आएंगे, तब तक न तो जनप्रतिनिधियों को उनके प्रश्न का जवाब मिल पाएगा और न ही समस्या का समाधान संभव है। विशेष परिस्थिति में उपखंड अधिकारी से स्वीकृति ली जा सकती है, मगर पूर्ण तैयारी के साथ प्रतिनिधि को तो भेजना ही होगा।
नियमित बैठक का दिया आश्वासन सदस्यों ने आक्रोश जताया कि फरवरी के बाद अब बैठक हो रही है, जिससे विभागीय कार्यों की समीक्षा ही नहीं हो पाती। इस पर बीडीओ ने नियमित बैठक का आश्वासन दिया। बीडीओ ने कहा कि जो भी जनप्रतिनिधि समस्या बताए, उसका तीन दिन में समाधान कर संबंधित विभागीय अधिकारी फोन पर ही सरपंच व सदस्य को बता दें। फिर दस दिन की समयावधि में लिखित जवाब प्रस्तुत करना भी अनिवार्य है।
ये रहे मौजूद मोही सरपंच जगदीशचंद्र ने बीपीएल कनेक्शन नहीं होने की समस्या रखी, जिस पर बीडीओ ने कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान उप जिला प्रमुख सफलता गुर्जर, पशुपालन विभाग के डॉ. घनश्याम मुरोडिय़ा, पीएचईडी सहायक अभियंता गुप्तसिंह, विद्युत निगम के एमके रेगर सहित कई सरपंच व पंचायत समिति सदस्य मौजूद थे।
रोक है, तो फिर क्यों हो रही प्रतिनियुक्ति राजसमंद ब्लॉक में कई शिक्षकों की भीम, जयपुर तक प्रतिनियुक्ति पर सदस्यों ने आक्रोश जताया। एसडीएम ने जवाब मांगा, तो ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कई शिक्षकों की अन्य ब्लॉक में प्रतिनियुक्ति मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई है। तब एसडीएम ने पूछा- क्या प्रतिनियुक्ति कर सकते हैं, तो बीईईओ बोले- नहीं पूरे राज्य में प्रतिनियुक्ति पर प्रतिबंध है। सांगठकला सरपंच भैरूलाल जोशी ने एक शिक्षक के भीम में प्रतिनियुक्ति बताई। तब पसूंद क्षेत्र से शिक्षिका नजमा खातून के जयपुर में अल्पसंख्यक विभाग में प्रतिनियुक्ति का मुद्दा भी उठा, जिस पर सदस्यों ने आक्रोश जताया। साथ ही ब्लॉक में सभी प्रतिनियुक्ति के शिक्षकों की सूची मांगी।