आईडाणा. कोरोनाकाल में आर्थिक परेशानी को देखते हुए हजारों अभिभावकों ने निजी स्कूलों से टीसी कटवाकर अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिले का मन बनाया, लेकिन उन्हें वहां भी पूरी तरह मुफ्त प्रवेश नहीं मिलेगा। सरकार ने फीस माफी पर कोई निर्णय नहीं किया है।
शिक्षा विभाग ने 7 जून को विद्यालय खोलने के बाद आखिरकार अब प्रवेश को लेकर प्रदेश के विद्यालयों के लिए गाइडलाइन जारी भी कर दी है। मोटी फीस वसूली के कारण विद्यार्थी बड़ी संख्या में निजी विद्यालयों को छोड़कर सरकारी में प्रवेश ले रहे हैं। जो विद्यार्थी पहले से पढ़ रहे हैं, उनके अभिभावक भी ज्यादा आर्थिक संकट में हैं, लेकिन सरकार ने इस वर्ष की फीस माफ करने के बारे में कोई निर्णय नहीं किया। ऐसे में प्रवेश की गाइडलाइन जारी होने के बाद विद्यालयों द्वारा गत वर्ष के अनुसार शुल्क लिया जा रहा है। राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक शुल्क माफ है, लेकिन कक्षा 9 से 12 के लिए छात्र शुल्क व विद्यालय विकास शुल्क सहित अन्य शुल्क वसूला जाता है।
अभिभावक कर रहे शुल्क माफी की मांग
अभिभावकों का कहना है कि राजकीय विद्यालयों में अधिकतर बच्चे गरीब व निम्न आय वर्ग के पढ़ते हैं। उनके परिवारों का रोजगार भी छिन गया है। कोरोना के कारण सबसे ज्यादा प्रभाव भी गरीब तबके व निम्न आय वर्ग पर पड़ा। ऐसे में सरकार को इस वर्ष के शुल्क को माफ करना चाहिए।
आठवीं तक दाखिले पूरे साल होंगे
राजकीय व निजी विद्यालयों के खुलने के करीब एक माह बाद विभाग ने प्रवेश को लेकर गत 5 जुलाई को दिशा-निर्देश जारी किए। पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के प्रवेश पूरे साल होंगे। कभी भी कोई भी विद्यार्थी किसी भी विद्यालय में प्रवेश ले सकता है। कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को 31 जुलाई तक विद्यालयों में प्रवेश लेना होगा। हालांकि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रवेश तिथि को आगे बढ़ाने की संभावना है। ड्रॉप आउट स्टूडेंट्स को जोडऩे की कवायद भी हो रही है। राज्य में बड़ी संख्या में बच्चों ने कोरोनाकाल में स्कूल छोड़ दिए हैं। अन्य राज्यों में रहने वाले जो अभिभावक अपने शहर में आ गए हैं, उन्हें भी अब नए विद्यालय की तलाश है। ऐसे ड्रॉपआउट बच्चों को फिर से जोडऩे का प्रयास हो रहा है।
कक्षा 9 व 10 के लिए शुल्क
छात्र कोष (सामान्य) 200
छात्र कोष (आरक्षित) 100
एसयूपीडब्ल्यू 50
नवीन प्रवेश 10
दुर्घटना बीमा 10
स्काउट 5
विकास शुल्क 100-200
कक्षा 11 व 12 के लिए शुल्क
छात्र कोष (सामान्य) ३00
छात्र कोष (आरक्षित) 1५0
प्रायोगिक परीक्षा 100
नवीन प्रवेश 10
दुर्घटना बीमा 10
स्काउट 5
विकास शुल्क 100-200
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