राजसमंद या ब्यावर जाना पड़ रहा
क्षेत्र की प्रसूताओं सहित अन्य लोगों के सोनोग्राफी को लेकर होने वाली परेशानी और देवगढ़, ब्यावर एवं राजसमंद तक जाने की मजबूरी के चलते कस्बे के उपजिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन की स्थापना की गई थी। राजकीय कोष से सोनोग्राफी मशीन खरीदी गई, लेकिन महिनों से इस मशीन के बंद होने के बावजूद जिम्मेदारों ने यहां सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई, जिससे लाखों रुपए की मशीन लम्बे समय से बंद पड़ी है। ऐसे में मशीन पर व्यय की गई राशि सदुपयोग नहीं हो पा रहा तथा प्रसूताओं को अब भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार सैनी ने बताया कि उप जिला चिकित्सालय में गायनिक एवं सोनोलॉजिस्ट का पद रिक्त है। डॉ. राजकुमार उचेनिया तथा डॉ. रमेश डांगी ने 6 माह का पीसीपीएनडीटी का सोनोग्राफी कोर्स कर रखा है, लेकिन यूनिवर्सिटी से प्रमाण-पत्र जारी नहीं होने से इनका रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण तथा दैनिक डॉ. कमल नयन शर्मा का प्रशासनिक कारण से अग्रिम आदेशों की प्रतीक्षा में मुख्यालय जयपुर करने से सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।