राजसमंद. प्रदेश के स्कूलों की शिक्षा स्थिति पर हर महीने जारी होने वाली रैंकिंग में अब सवाल उठने लगे हैं। जहां कुछ जिले शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं कुछ जिलों को सुधार की आवश्यकता महसूस हो रही है। एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जिला 20वें पायदान पर है, वहीं राजसमंद जिले की स्थिति में भी गिरावट आई है। इस रैंकिंग से शिक्षा विभाग के प्रयासों और जिलों के विकास की असल हकीकत सामने आई है। राजसमंद जिले की शिक्षा रैंक में अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में गिरावट आई है। अक्टूबर में यह 9वें स्थान पर था, जबकि नवंबर में यह गिरकर 11वें स्थान पर आ गया है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री के जिले (20वें पायदान पर) के आंकड़े भी चिंताजनक हैं, जो दर्शाते हैं कि कई जिलों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दर अभी भी धीमी है। वहीं, चूरू ने एक बड़ी छलांग लगाते हुए 14वें स्थान से सीधे पहले स्थान पर अपनी जगह बनाई है। राजसमंद जिले के लिए अच्छी बात यह है कि शिक्षा विभाग ने पांच दिसंबर को यह रिपोर्ट जारी की, जिसमें जिलों की वास्तविक स्थिति को उजागर किया गया। हालांकि, शिक्षा विभाग ने यह रैंकिंग पुराने 33 जिलों के हिसाब से जारी की है, जिसमें नए जिलों (गंगापुर सिटी, अनूपगढ़, ब्यावर, सांचौर आदि) का समावेश नहीं किया गया है।