READ MORE: सलाखों में सिहरन: जेल में पर्याप्त कम्बलों का प्रबंध नहीं, बंदी लग गए ठिठुरने राजस्थान पत्रिका ने 30 नवंबर को सलाखों की सिहरन पूरे नहीं बर्तन शीर्षक से खबर प्रकाशित कर जेल में बज के अभाव में बंदियों को हो रही परेशानी का खुलासा किया। इस पर मुनि भूपेंद्र कुमार की प्रेरणा पर उड़ीसा से राजसमंद भ्रमण पर आए सीमेंट कारोबारी उमेश कुमार जैन ने पचास कम्बलें व 150 कटोरियां जेल में बंदियों को दी गई। कार्यक्रम में मुनि भूपेंद्र ने कहा कि आमजन को समय व समर्पण को आत्मसात होगाए जिससे शांति व सद्भावना जागृत होगी। साथ ही तमाम बंदियों को सद्मार्ग को अपनाने का आह्वान किया।
READ MORE: सड़कों पर दौड़ रहे आठ हजार अवैध वाहन !, नवीनीकरण नहीं कराने पर की जाएगी निरस्ती की कार्रवाई इस दौरान रेडक्रॉस सोसायटी मानद सचिव राजकुमार दक ने शेष बंदियों को भी जल्द कम्बलें व अन्य संसाधन किसी भामाशाह की मदद से उपलब्ध कराने के प्रयास का आश्वासन दिया। इस पर जेल प्रभारी औंकारलाल मेनारिया ने आभार ज्ञापित किया। इस दौरान मुनि पदम कुमार,गणेशलाल कच्छारा, सतीश पगारिया, आशिक बोहरा, ब्रजलाल कुमावत, आशीष दक, रमेश मांडोत, यशवंत चपलोत आदि थे।