पत्नी ने रची थी हत्या की साजिश
सुरगी में कोटराभांठा निवासी की हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। इसमें कोटराभांठा निवासी धनेश कुमार साहू की हत्या की साजिश उसकी पत्नी ने ही रची थी। पति के शराब पीकर घरेलू हिंसा से परेशान होने को वजह बताई है। पति की हत्या उनके ही तीन दोस्तों द्वारा करवाई गई थी। पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से हत्यारों ने मृतक के बाइक व चप्पल को भर्रेगांव के तालाब में फेंक दिया था।
सुरगी में कोटराभांठा निवासी की हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। इसमें कोटराभांठा निवासी धनेश कुमार साहू की हत्या की साजिश उसकी पत्नी ने ही रची थी। पति के शराब पीकर घरेलू हिंसा से परेशान होने को वजह बताई है। पति की हत्या उनके ही तीन दोस्तों द्वारा करवाई गई थी। पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से हत्यारों ने मृतक के बाइक व चप्पल को भर्रेगांव के तालाब में फेंक दिया था।
पति शराबी था
मंगलवार को प्रेसवार्ता में पुलिस ने बताया कि धनेश की हत्या का षडयंत्र पत्नी सुमरित बाई साहू ने ही रची थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि धनेश शराब पीने का आदी था। शराब के नशे में वह पत्नी से मारपीट करता था। इससे ही परेशान होकर उसने अपने पति की हत्या की साजिश रची। मृतक के दोस्तों को ही एक लाख रुपए देने का लालच देकर पति की हत्या करवा दी। इसके लिए उन्होंने आरोपियों को सात हजार रुपए बतौर एडवांस दी थी।
मंगलवार को प्रेसवार्ता में पुलिस ने बताया कि धनेश की हत्या का षडयंत्र पत्नी सुमरित बाई साहू ने ही रची थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि धनेश शराब पीने का आदी था। शराब के नशे में वह पत्नी से मारपीट करता था। इससे ही परेशान होकर उसने अपने पति की हत्या की साजिश रची। मृतक के दोस्तों को ही एक लाख रुपए देने का लालच देकर पति की हत्या करवा दी। इसके लिए उन्होंने आरोपियों को सात हजार रुपए बतौर एडवांस दी थी।
इन्होंने दिया अंजाम
आरोपी धर्मेंद्र उर्फ बालू पिता ओंकार राम साहू 21 साल, उपेंद्र कुमार उर्फ बैदू पिता प्रेमलाल साहू 24 साल दोनों निवासी कोटराभांठा व अनिल कुमार ढीमर पिता लीलाधर ढीमर 38 साल निवासी सुरगी ने घटना का अंजाम दिया है। आरोपियों को न्यायायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
आरोपी धर्मेंद्र उर्फ बालू पिता ओंकार राम साहू 21 साल, उपेंद्र कुमार उर्फ बैदू पिता प्रेमलाल साहू 24 साल दोनों निवासी कोटराभांठा व अनिल कुमार ढीमर पिता लीलाधर ढीमर 38 साल निवासी सुरगी ने घटना का अंजाम दिया है। आरोपियों को न्यायायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
ऐसे हुआ खुलासा
मृतक के भतीजा दिलेश्वर साहू ने बताया कि 1 अगस्त को उसने खाना खाकर टहलते वक्त तकरीबन रात 10 बजे अपने चाचा की आवाज नर्सरी की ओर सुनने की बात कही। वहीं डंप रेत में ही धनेश की लाश मिली थी। मृतक के दोस्त धर्मेंद्र व उपेंद्र ने उस दिन रात 7 बजे शराब व बीड़ी पहुंचाने की बात कही। कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मृतक के गले में धारदार हथियार वार कर उसे मौत के घाट उतारकर डंप रेत में दफना दिया गया था। इसके बाद आरोपी मृतक के बाइक व चप्पल को भर्रेगांव के तालाब में फेंक आए थे।
मृतक के भतीजा दिलेश्वर साहू ने बताया कि 1 अगस्त को उसने खाना खाकर टहलते वक्त तकरीबन रात 10 बजे अपने चाचा की आवाज नर्सरी की ओर सुनने की बात कही। वहीं डंप रेत में ही धनेश की लाश मिली थी। मृतक के दोस्त धर्मेंद्र व उपेंद्र ने उस दिन रात 7 बजे शराब व बीड़ी पहुंचाने की बात कही। कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मृतक के गले में धारदार हथियार वार कर उसे मौत के घाट उतारकर डंप रेत में दफना दिया गया था। इसके बाद आरोपी मृतक के बाइक व चप्पल को भर्रेगांव के तालाब में फेंक आए थे।