यह भी पढ़ें: Teachers day Special: नक्सली बार-बार बंद करवाते रहे, स्कूल शिक्षक हर बार लौट आए, बने मददगार गुरु… शिक्षक गुलाब से बताया कि वनांचल के बच्चे जनरल नॉलेज में पिछड़े रहते हैं। इस वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल नहीं हो पाते। यह सब देखते हुए नवाचार करते हुए केबीसी से प्रेरणा लेकर कौन बनेगा सैकड़पति प्रोग्राम की शुरुआत की है। एक नंबर से लेकर प्रत्येक प्रश्न के साथ पुरस्कार निर्धारित कर देते हैं।