प्रतिनिधि ने मास्क पहनकर लगभग 14 ग्रामों का निरीक्षण किया प्रत्येक ग्रामों में दुकाने पूरी तरह से बंद रही। गांवों में गलियों की बात तो छोडिय़े किसी भी घर के सामने भी कोई नजर नही आया सभी अपने अपने घरो के अंदर दरवाजे को बंद कर अंदर ही दुबक कर रहे। स्थिति दिन में भी भयावह लग रहा था जैसे दिन के उजाले में रात्रि का सन्नाटा पसरा हुआ हो, वहीं कोई मानव नयही सन्नाटा इतना कि शायद कोई इतिहासकार गुजरे तो उन्हे भी लिखना पड़ता कि कभी किसी युग में यहा मानव का निवास था। जनता ने राज्य सरकार और केन्द्र सरकार को कोरोना वायरस को समाप्त करने तहेदिल से सहयोग करते हुए स्वयं अपनी भी रक्षा की है।