
रोपवे के संचालन को प्रतिबंधित करने ट्रस्ट मंडल के पूर्व अध्यक्ष पीतांबर स्वामी, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह परिहार, पूर्व उपाध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश मिश्रा, संजीव गोमास्ता, अजय सिंह ठाकुर व बबलू शांडिल्य के द्वारा जिसमें जिलाधीश, लोक न्यास के पंजीयक, कन्वेयर और रोपवे सर्विस के निर्देशक, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल, उपाध्यक्ष रघुवर अग्रवाल, मंत्री नवनीत तिवारी, कोषाध्यक्ष बिरधीचंद भंडारी ट्रस्टी सुभाष अग्रवाल, गोविंद चोपड़ा, संजय अग्रवाल व विनोद तिवारी के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।
न्यायमूर्ति ने दिया आदेश
उच्च न्यायालय की न्यायधीश गौतम भादुड़ी के बोर्ड ने 3 अगस्त को आदेश देते हुए कहा कि दुर्घटना के तत्काल बाद याचिका दायर की गई थी कि रोपवे के संचालन करते समय एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, इसलिए इसे बंद किया जाना चाहिए। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए बनाए गए रोपवे का संचालन अनुभवी हाथों में होना चाहिए। बिना तकनीकी सहयोग के रोपवे नहीं चलाना चाहिए। अन्य किसी दुर्घटना से बचने के लिए विशेषज्ञों की निगरानी में रोपवे का संचालन होना चाहिए। इसलिए मंदिर ट्रस्ट ने पुराना अनुबंध पूर्ण होने से पूर्व दामोदर रोपवे और इनफ्रॉस्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ समझौता किया कि वे रोपवे चलाएंगे ताकि भक्तों की पहुंच रोपवे से मां बम्लेश्वरी देवी की पहाड़ी तक हो सके। रोपवे को एक नए ऑपरेटिंग एजेंसी को सौंप दिया गया है।
उच्च न्यायालय की न्यायधीश गौतम भादुड़ी के बोर्ड ने 3 अगस्त को आदेश देते हुए कहा कि दुर्घटना के तत्काल बाद याचिका दायर की गई थी कि रोपवे के संचालन करते समय एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, इसलिए इसे बंद किया जाना चाहिए। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए बनाए गए रोपवे का संचालन अनुभवी हाथों में होना चाहिए। बिना तकनीकी सहयोग के रोपवे नहीं चलाना चाहिए। अन्य किसी दुर्घटना से बचने के लिए विशेषज्ञों की निगरानी में रोपवे का संचालन होना चाहिए। इसलिए मंदिर ट्रस्ट ने पुराना अनुबंध पूर्ण होने से पूर्व दामोदर रोपवे और इनफ्रॉस्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ समझौता किया कि वे रोपवे चलाएंगे ताकि भक्तों की पहुंच रोपवे से मां बम्लेश्वरी देवी की पहाड़ी तक हो सके। रोपवे को एक नए ऑपरेटिंग एजेंसी को सौंप दिया गया है।
मिलेगी सभी को बड़ी राहत
मंदिर ट्रस्ट के नए रोपवे के संचालन से जहां ट्रस्ट समिति को ब्याज में राहत मिलेगा। वहीं आय भी प्रारंभ होगी। इसके अलावा दर्शनार्थियों को माई के दर्शन सुलभ होंगे। साथ ही नगर के व्यवसायियों को भी जीवन यापन का सहारा पुन: प्रारंभ हो जाएगा। सबसे अधिक तो दिव्यांग व बुजुर्ग दर्शनार्थियों को माई के दर्शन हो सकेंगे। इससे बड़ी राहत प्रसाद दुकान व अन्य सामानों की दुकानों के छोटे व्यवसायियों को होगी जो गत 2 वर्ष से कोविड-19 के कारण हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और कर्ज से लद चुके हैं। रोपवे के संचालन से उन्हें पुन: अपने व्यवसाय को स्थापित करने मदद मिलेगी। इसके अलावा छिरपानी क्षेत्र में होटल लाज व अन्य व्यवसायियों को भी लाभ होगा दर्शनार्थियों की आवाजाही बढऩे से इस क्षेत्र में रौनक भी आएगी।
मंदिर ट्रस्ट के नए रोपवे के संचालन से जहां ट्रस्ट समिति को ब्याज में राहत मिलेगा। वहीं आय भी प्रारंभ होगी। इसके अलावा दर्शनार्थियों को माई के दर्शन सुलभ होंगे। साथ ही नगर के व्यवसायियों को भी जीवन यापन का सहारा पुन: प्रारंभ हो जाएगा। सबसे अधिक तो दिव्यांग व बुजुर्ग दर्शनार्थियों को माई के दर्शन हो सकेंगे। इससे बड़ी राहत प्रसाद दुकान व अन्य सामानों की दुकानों के छोटे व्यवसायियों को होगी जो गत 2 वर्ष से कोविड-19 के कारण हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और कर्ज से लद चुके हैं। रोपवे के संचालन से उन्हें पुन: अपने व्यवसाय को स्थापित करने मदद मिलेगी। इसके अलावा छिरपानी क्षेत्र में होटल लाज व अन्य व्यवसायियों को भी लाभ होगा दर्शनार्थियों की आवाजाही बढऩे से इस क्षेत्र में रौनक भी आएगी।