यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2024: शरद पूर्णिमा पर क्यों बनाई जाती है खीर, जानें इसका महत्व.. संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ‘गन्नू’ ने बताया कि सारे देश में मनाए जाने वाले मां भगवती के साधना व भक्ति का महापर्व शारदीय क्वांर नवरात्रि पर्व बर्फानी आश्रम स्थित मां पाताल भैरवी राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दश महाविद्या द्वादश ज्योर्तिलिंग शिव शक्ति सिद्धपीठ में संपन्न होने के बाद संस्था द्वारा मानव एवं जनकल्याण के तहत स्वांस, दमा व अस्थमा पीड़ितों को पिछले 27 वर्षों से दुर्लभ जड़ी बुटियां एकत्रित कर पौराणिक मान्यताओं अनुसार जड़ी बुटी युक्त खीर प्रसादी तैयार कर स्वांस, दमा व अस्थमा पीड़ितों को ब्रम्हमुहूर्त में वितरित की जाती है।