इस तैयारी के बीच
शिव भक्ति का गजब का नजारा देखने को मिल रहा है। कथा शुरू होने के दो दिन पहले ही सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में डेरा डाल चुके हैं। बोरिया-बिस्तरा लेकर परिवार के साथ डटे हुए हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
Pradeep Mishra Katha in CG: श्रद्धालु पूरी व्यवस्था लेकर कथा पंडाल में पहुंचकर अपना स्थान सुरक्षित कर रहे हैं। बाहर से पहुंचे सिंघोला निवासी टीमन साहू, मानेगांव मध्यप्रदेश निवासी शांति बाई धुर्वे, साल्हेवारा निवासी गणेशीय यादव, मोहेलाल रनकुएं, रूपलाल पालके, भीखम पिवहरे, समलिया राम साल्हेवारा, कली बाई सिंघरे, अंजनिया बाई मंडला, पार्वती साहू बालोद, मानसी बाई बेमेतरा ने बताया कि पंडित मिश्रा के लगभग 3 से 4 कार्यक्रम में अब तक पहुंच चुके हैं। यह कार्यक्रम में 2 से 3 दिन पहले प्रस्तावित पंडाल में डेरा जमा लेते हैं। सभी दैनिक उपयोगी सामान लेकर डेरा डारकर बैठ जाते हैं। बताया कि भगवान शिव के प्रति गहरी आस्था है।
Pradeep Mishra Katha in CG: कलश यात्रा को लेकर उत्साह
गंडई में होने वाले शिव महापुराण कथा के एक दिन पूर्व 17 जून को सुबह 8 बजे टिकरीपारा वार्ड 14 स्थित प्राचीन शिव मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी, जहां महिलाएं पीले साड़ी में कलश के साथ नजर आएंगी। साथ ही पूरे रास्ते भर ठंडा पानी और अन्य व्यवस्थाएं रहेंगी।
एमपी से मंगाई गईं बेलपत्तियां
आयोजक समिति ने बताया कि शिव महापुराण कथा में भगवान शिव के लिए मानिकपुर अंजनिया जिला मंडला मध्यप्रदेश से बेल पत्ती मंगाई गई है। बताया कि एक बेलपत्ती में 15 से 20 पत्ते होते हैं जो आसपास यहां नहीं मिलते, इसलिए बाहर से मंगाए हैं। साथ ही स्वयं सहायता समूह की महिलाएं स्थानीय सहित गांव-गांव से फूल लाएंगे।