यह भी पढ़ें : BJP ने पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश, पूर्व विधायक डोमनलाल के साथ नए नवेले रिकेश, गजेंद्र व ललित पर लगाया दांव सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम में परिक्षेत्र अधिकारी एमएल बंजारे के निर्देशन में उडऩदस्ता प्रभारी माधोदास साहू, अनिल सोनी, पारसमणी साहू, मुक्तेश्वर वर्मा, घनश्याम चन्द्राकर, शिवकुमार साहू, कमलेश जांगड़े, देवेन्द्र सलामे मनीष, उदित श्रीवास्तव दिलीप देवांगन, अन्नपूर्णा साहू, कौशिल्या मानेकर, कमलेश चन्द्रवंशी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों का दल ग्राम में पहुंचकर कुल 34 नग सागौन की लकड़ी जब्त किया है जबकि लकड़ी का मालिक या ठेकेदार की जानकारी नहीं मिलने की बात कही जा रही है।
यह भी पढ़ें : CG Election 2023 : चुनाव की घोषणा पर पूर्व CM रमन सिंह बोले- जनता इंतजार कर रही थी इस पल का, कांग्रेस को देगी जवाब, देखें VIDEO इस सागौन को किसके संरक्षण में और किसके द्वारा कटवाया कहां से गया जैसे अनेक सवालों के जवाब मिलना अभी बाकी है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि बाड़ी के मालिकों को इस लकड़ी के विषय में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में सागौन जैसे कीमती इमारती लकड़ी के जंगल से काटे जाने और बेखौफ होकर गांव में स्टोर कर रखे जाने से विभागीय अधिकारियों के क्रियाकलापों पर भी सवाल उठते हैं। बता दें कि इसी ग्राम से विगत वर्ष भी कई स्थलों में लकड़ी के गोले बरामद किये गए थे लेकिन पेड़ों को काटने वाले ठेकेदारों तक विभाग अब तक नहीं पहुंच पाई और इस क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रही वनों की कटाई पर रोक नहीं लगाया जा सका है।