यह भी पढ़ें: CG News: 6 जनवरी से धान खरीदी पर लग सकता है ब्रेक, उठाव में देरी से बढ़ी चिंता मिली जानकारी के अनुसार किसान कन्हैया लाल फरदीया द्वारा 84 कट्टा धान के स्थान पर 220 कट्टा फर्जी बिक्री के संबंध में स्वंय शिकायत कर जांच की मांग की गई थी। जिसके संबंध में कलेक्टर तुलिका प्रजापति द्वारा 4 सदस्यीय दल बनाकर अनुविभागीय अधिकारी मानपुर के नेतृत्व में जांच की गई। जांच में पाया गया कि किसान कन्हैयालाल द्वारा 84 कट्टा पतला धान खरीदी केन्द्र औंधी में बेचने के लिए लाया गया था।
खरीदी केन्द्र में काम करने वाले कनक राणा के बेटे हुमन राणा के द्वारा 84 कट्टा के अलावा 136 कट्टा अतिरिक्त कुल 220 कट्टा धान किसान कन्हैया लाल के खाते में दर्ज किया गया जो कि किसान द्वारा नहीं लाया गया था। खरीदी केन्द्र में काम करने वाले कनक राणा के कहने पर उसके बेटे हुमन राणा द्वारा अतिरिक्त 136 कट्टा धान को किसान कन्हैया के खाते में बेचा गया है।
खरीदी केन्द्र में धान का आवाक समिति के कर्मचारी अशोक कुमार निवासी डोंगरगांव के द्वारा किया गया। जिसके आधार पर जागेश्वर पिता मेहरसिंह निवासी ग्राम पालेभट्टी के द्वारा 220 बोरा किसान को देना बताया गया। जिसके आधार पर समिति के आपरेटर अमित नायक ने 220 कट्टा धान आनलाइन किसान के खाते में बेचना दर्ज किया गया। किसान कन्हैया लाल द्वारा बेचने लाए गए दान का सत्यापन किए बिना ही तौल पर्ची बनाकर फर्जीरुप से खरीदी की मात्रा दर्ज की गई।