अपराह्न 3 बजे के बाद सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का भी आबंटन कर दिया गया है। बता दें कि 26 अप्रैल को मतदान की प्रक्रिया होगी। 4 जून को मतगणना होना है। संसदीय क्षेत्र के 18 लाख मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
चुनाव को लेकर सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन चार अभ्यर्थी रमेश यादव, महेंद्र साहू सहित अन्य दो ने अपना नाम वापस ले लिया है। बचे हुए 15 प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आबंटन कर दिया गया है। उधर प्रत्याशी चुनाव प्रचार में खूब पसीना बहा रहे हैं। जनसंपर्क के लिए प्रत्याशियों के पास महज पखवाड़ा भर ही बचा है, जिसमें जोर-शोर से चुनावी प्रचार कर पाएंगे। इसके बाद चुनावी शोर पर विराम लग जाएगा। वहीं प्रशासन भी मतदान को लेकर तैयारी में जुटा हुआ है। मैदानी क्षेत्र में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा, तो वहीं नक्सल प्रभावित बूथों में सुबह 7 से अपराह्न 3 बजे तक ही मतदान की प्रक्रिया होगी।
नाम निर्देशन फार्म जमा करने के एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री के आह्वान पर थोक में कांग्रेसियों ने फॉर्म ले लिया था। 244 लोगों ने फॉर्म लिया था, हालांकि जमा करने नहीं पहुंचे। संख्या को देखते हुए परेशानी बढ़ गई थी। पूर्व सीएम बघेल का कहना था कि यदि किसी भी सीट के लिए 385 से अधिक अभ्यर्थी चुनाव मैदान में रहते हैं, तो बैलेट पेपर से ही चुनाव होगा।
भले ही मैदान राजनांदगांव सीट में 15 अभ्यर्थी हों, लेकिन यहां भाजपा-कांग्रेस में ही सीधा मुकाबला रहेगा। बाकी प्रत्याशियों को लेकर कहीं कोई चर्चा तक नहीं हो रही है। अब चूंकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी उतारे गए हैं। इसके बाद से राजनांदगांव सीट हाई प्रोफाइल हो गई है, क्योंकि राजनांदगांव पूर्व सीएम व वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह यहां से विधायक हैं। वहीं संसदीय क्षेत्र अंतर्गत आने वाला कवर्धा जिला उनका निवास स्थान है। ऐसे में यह सीट दोनों ही पार्टी के प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। इसे देखते हुए दोनों ही पार्टी की ओर चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी जा रही है।
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के संतोष पांडे ने कांग्रेस के भोला राम साहू को 1,11,966 वोटों से हराया था। संतोष पांडे 662,387 यानी 51 फीसदी वोट मिले थे, जबकि भोला राम साहू को 550,421 यानी 42 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे। वहीं, तीसरे नंबर पर बीएसपी की रविता लाकरा रही थीं। रविता को 17,145 हजार वोट मिले थे। वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अभिषेक सिंह ने कांग्रेस के कमलेश्वर वर्मा को 2,35,911 वोटों से हराया था। अभिषेक सिंह को 6,43,473 वोट मिले थे। जबकि वर्मा को 4,07,562 वोट प्राप्त हुए थे।
उप निर्वाचन अधिकारी खेमलाल वर्मा ने कहा कि 19 में से चार उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया है। अब 15 उम्मीदवार हैं, जिन्हें चुनाव चिन्ह का भी आबंटन कर दिया गया है। राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में एक ही ईवीएम मशीन से मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
बसपा- देवलाल सिन्हा- हाथी कांग्रेस- भूपेश बघेल- हाथ भाजपा- संतोष पाण्डेय- कमल शक्ति सेना- नारद प्रसाद निषाद – गैस सिलेण्डर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी- रमेश राजपूत – बाँसुरी न्याय धर्म सभा- रामफल पाटिल – हीरा
हमर राज पार्टी- ललिता कंवर – बाल्टी राष्ट्रीय जनसभा पार्टी- लाखन सिंह टंडन- नारियल फार्म निर्दलीय अभ्यथी अजय पाली- गन्ना किसान त्रिवेणी पडोती- ऑटो-रिक्शा बसंत कुमार मेश्राम – चारपाई भुवन साहू- सीसीटीवी कैमरा
विशेष धमगाये- सिलाई की मशीन एएच सिद्दीकी- सीटी सुखदेव सिन्हा- अलमारी