विवेक के पिता राम सुशील सिंह, भाई अजित सिंह व सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष गोविंद शाह वाल्को ने बताया कि विवेक 2007 से रायपुर में रहता है। उनके परिवार का सीएससी व मटेरियल सप्लाई का काम है। उसी सीएससी सेंटर से गांव के सरपंच पति द्वारा राशि दिए जाने के बाद सुरजू टेकाम व सरपंच की दिल्ली के लिए फ्लाइट टिकट बुक कराया था। इसके लिए किसी तरह का कोई नक्सल फंडिंग नहीं हुआ है।
प्रेसवार्ता में मौजूद समाज प्रमुखों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में विवेक सिंह को राजनीतिक षड़यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। पुलिस मीडिया को भ्रामक जानकारी दे रही है कि विवेक के पास 12 ट्रकें हैं, जबकि उसके पास सिर्फ एक ट्रक है। प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी मानपुर-मोहला क्षेत्र के आदिवासियों के साथ भाजपा सरकार अन्याय कर रही है। जल-जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ने वालों को नक्सली समर्थक बताकर जबरन फंसाया जा रहा है। सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष ने कहा कि एसपी भी आदिवासियों के विरोध में कार्य कर रहे हैं।