मिली जानकारी अनुसार बांधाबाजार में कुछ जगहों पर पाइप लाइन में लीकेज की शिकायत थी, चंूकि ये पाइप लाइन नालियों से होकर गुजरी है, यही कारण है कि लीकेज से नालियों का गंदा पानी नलों के माध्यम से घर तक पहुंचा। यही गंदा पानी पीकर ग्रामीण बीमार हुए। शिकायत के बाद फूटी हुई पाइप लाइन की मरम्मत करा ली गई है, लेकिन शासन-प्रशासन की इस लापरवाही ने दो ग्रामीणों की जान ले ली है।
इन ग्रामीणों की हुई मौत मिली जानकारी अनुसार पिछले सप्ताह बांधाबाजार में नलों से गंदा पानी आने शिकायत मिली। इसे पीकर गांव के तकरीबन 30 लोग बीमार पड़ गए। डायरिया की शिकायत पर ये सभी स्थानीय अस्पताल में भर्ती हुए। इस बीच एक ग्रामीण की भैय्या राम का ने घर पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद गंभीर मरीजों को राजनांदगांव स्थित मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। कुछ मरीज निजी अस्पताल चले गए। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान ६२ साल के मनोहर विश्वकर्मा की मौत की खबर सामने आई है, जिसका सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि अंबागढ़ चौकी बीएमओ डॉ. आरआर धु्रवे का कहना है कि इन दोनों मरीजों को अन्य समस्याएं भी थी। इस वजह से उनकी मौत हुई है। अब स्थिति सामान्य है।
स्थिति नियंत्रित होने का दावा