बिजली कंपनी के अधिकारी,
कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया। दफ्तर छोड़कर सारे लोग बाहर निकल गए। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड की टीम को मौैके पर बुलाया गया। दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया पर बाजू में स्थित रामनगर बस्ती के रहवासी इस कदर में दशहत में थे कि
रायपुर में हुई घटना को याद करते हुए घर पर रखे घरेलू गैस सिलेंडर सहित अन्य ज्वलनशील पदार्थ को बाहर निकालकर आग बुझने का देर तक इंतजार करते रहे।
इस घटना की खबर मिलते ही कलेक्टर संजय अग्रवाल व एसपी मोहित गर्ग भी मौके पर पहुंच गए थे। जिलेभर से तीन फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाकर आग पर काबू पाने मशक्कत की गई। रिपेयरिंग यार्ड में बड़ी संख्या में ट्रांसफॉर्मर रखे गए थे। अचानक आग लगने से काला धुआं उठने लगा। धुएं के साथ ही आग की ऊंची लपटों को देखकर लोग दहशत में आ गए। बिजली कंपनी की ओर से फायर ब्रिगेड की टीम को आग लगने की सूचना दी गई।
कंपनी की ओर से सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जाती तो समय पर आग बुझा सकते थे पर कोई पुता इंतजाम नहीं होने से आग की लपटें तेजी से बढ़ती गई। ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग सेक्शन बिजली दफ्तर परिसर में ही स्थित है। यहां लोेग बिजली का बिल जमा करने आते हैं। कंपनी के अफसरों का दफ्तर भी यहीं संचालित है तो परिसर में ही आवासीय परिसर भी है।
बस्ती में हड़कंप मचा
दफ्तर के ठीक बाजू में रामनगर बस्ती है। आग की लपटें रामनगर बस्ती में स्थित पेड़ तक पहुंच गई थी। पेड़ में आग लगने से बस्ती के रहवासी डरे, सहमे हुए थे। किसी बड़े हादसे की आशंका से बस्ती के रहवासियों ने घर से सिलेंडर को बाहर निकाल लिया था। पुलिस की टीम मौके पर मौजूद रही। आग की लपटें बढ़ने पर बस्ती खाली कराने की भी तैयारी थी। हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम ने लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
CSEB Transformer Fire: कारण का पता नहीं
मौके पर पहुंचे कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि आग कैसे लगी है? इसका पता नहीं चल पाया है पर आशंका है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से ऐसा हुआ होगा पर जांच में इसका पता चलेगा। कलेक्टर ने बताया कि कंपनी को कितना नुकसान हुआ है? यह बाद में पता चलेगा। कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि आगजनी से बिजली कंपनी को नुकसान हुआ है। आसपास की बस्ती के रहवासियों को अलर्ट कर दिया गया था। लापरवाही उजागर हुई
एक के बाद एक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे रहे। ट्रांसफॉर्मर में ऑइल होने की वजह से आग तेजी से फैल रही थी। ज्ञात हो कि रायपुर में भी ट्रांसफॉर्मर यार्ड में आगजनी की घटना हुई थी तब आसपास की बस्ती में आग फैल गई थी। इससे भारी नुकसान हुआ था तब सरकार की ओर से सुरक्षा के इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए थे पर रविवार को
राजनांदगांव में हुई घटना ने बिजली कंपनी की घोर लापरवाही को उजागर कर दिया है।