यह भी पढ़ें: Shiv Mahapuran Katha: शिव महापुराण कथा आयोजन में हुई सोने की चेन चोरी, पुलिस ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार… यह पृथ्वी लोक शंकर का ही तो है। देवलोक, इंद्रलोक, स्वर्ग लोक, बैकुंठ धाम में जब तक आपका पुण्य है, तब तक रहोगे, फिर धक्का मारकर पृथ्वी लोक में ही भेज दिए जाओगे। क्योंकि एसी रूम का लाभ तक तक ले सकते हो जब तक उसका बिल भर सकते हो। इसलिए यहां कंकर (कण-कण) में शंकर बसा हुआ है। इसलिए कैलाश पर्वत पर भगवान भोले के चरणों में रहने की कामना करो। यहां से और कहीं नहीं धकेले जाओगे। यहां सारे वार और परिवार शिव के हैं।
उन्होंने कहा कि जो सास अपनी बहु और जो बहु अपनी सास के साथ रह रहे, वे किस्मत वाले हैं। ऐसे ही अपने बच्चों को संस्कारवान बनाओ, इससे ही आने वाला समय श्रेष्ठ होगा और देश उन्नत होगा। बच्चों को सनातन धर्म का ज्ञान दो। मंदिर जाने की आदत डालो। भगवान को समय दोगे, तो बुरे समय वो आपका साथ देंगे। उनसे कहो मंदिर में आना मेरा काम है और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है। भगवान भोलेनाथ को सहपरिवार अपने घर में आमंत्रित करो, उन्हें पीले चावल से आमंत्रण दें।