पुलिस के अनुसार प्रार्थी नीलम चोपडा पिता धर्मचन्द ने शिकायत दर्ज कराई है कि खैरागढ़ रोड डोंगरगढ़ में महाबीर सेल्स के नाम से टाइल्स दुकान है। अज्ञात मोबाइल धारक का उसके पास व्हाटसऐप मैसेज आया, जिसमें टाइल्स व विजिटिंग कार्ड की फोटो थी।
मोबाइल धारक व प्रार्थी के बीच वाट्सअप चेटिंग एवं कॉलिंग के माध्यम से टाइल्स के संबंध में 19 रुपए प्रति वर्ग फीट में टाइल्स खरीदी-बिक्री की बातचीत कर सौदा पक्का हुआ। सौदा तय होने पर मोबाइल नंबर धारक ने ऑर्डर डिटेल एवं गाड़ी भेजने को कहा। प्रार्थी नीलम चोपड़ा ने 31 टन टाइल्स के लिए ऑर्डर प्रेषित किया एवं कन्हैया र्ट्रांसपोर्ट वालों को दिलीप पटेल का मोबाइल नंबर दिया।
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ट्रांसपोर्ट के द्वारा दिए गए पता पर गाड़ी लोडिंग के लिए भिजवा दी। भेजी गई गाड़ी सामान लोडिंग हो गई। इसके बाद बिल बनाने कहा, तब आरोपी ने 3 लाख 19 हजार 800 रुपए अपने खाते में डालने बोला। प्रार्थी द्वारा नेट बैंकिंग के माध्यम से आरोपी के खाते में रकम डाल दिया। जब ड्राइवर को 4-6 घंटो तक बिल नहीं दिया गया। इस दौरान कंपनी से बात करने पर पेमेंट नहीं होने की जानकारी दी गई। प्रार्थी ने अपने कुछ पुराने व्यापारियों से संपर्क किया बताया गया कि सिरेमिक एम्पायर फर्म में इस नाम व मोबाइल नंबर के कोई प्रतिनिधि नहीं है। आरोपी ने सिरेमिक एम्पायर फर्म का एजेंट बनकर प्रार्थी से सवा तीन लाख रुपए ठगी कर ली।