यह भी पढ़ें : CG Assembly Election 2023 : राजनांदगांव विधानसभा में अब तक सामान्य वर्ग के ही विधायक, पिछड़ा वर्ग को नहीं मिला प्रतिनिधित्व ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की अनदेखी और लगातार पत्थर खदान मालिक का एक पक्षीय निर्णय की वजह से पूरे गांव में ऐसा माहौल तैयार हुआ है। अब ग्रामीण किसी की बात मानने के लिए तैयार नहीं हैं। स्थिति यह है कि पूरे गांव में चुनाव बहिष्कार को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं और किसी भी मतदान दल को ग्राम में नहीं आने की चेतावनी दी गई है। 12 अक्टूबर को पूरे गांव में इस विषय को लेकर बैठक किया है और मीडिया को इसकी जानकारी दी गई।