मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों ने घटना की जानकारी लगते ही टॉर्च लेकर पहाड़ी पर रात्रि में ही बचते-बचाते दौड़ लगाई और घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक गोपी को लादकर नीचे लेकर आए, उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुविभागीय अधिकारी अविनाश भोई ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट से प्राप्त जानकारी अनुसार मालवाहक रोपवे में नीचे से ऊपर सरिया ले जाया जा रहा था। ऊपर से नीचे खाली ट्राली आ रही थी, ट्राली में जो व्यक्ति बैठा था, उसकी गिरने की सूचना है। ट्राली किस तरह गिरी इसकी जांच की जा रही है।
एलेग्जेंडर कीरो, निरीक्षक पुलिस थाना डोंगरगढ़ ने बताया कि ऊपर एक ट्राली में सीमेंट अनलोड हो चुका था। खाली ट्राली में मजदूर बैठकर आ रहा था। नीचे से सरिया भरकर ट्राली जा रही थी। तभी हादसा हुआ पोस्टमार्टम कराने के बाद धाराएं लगाई जाएंगी। नवनीत तिवारी, मंत्री बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति डोंगरगढ़ ने बताया कि ट्राली वापस खाली आ रही थी। मृत हुए कर्मचारी का नाम गोपीराम है, उसे अस्पताल में ले जाया गया। बिना अधिकृत जानकारी के मैं कोई बयान नहीं दे सकता।
घटना की सूचना मिलत ही सात ट्रस्टी भी घटना स्थल पहुंच गए और पल-पल की जानकारी लेते रहे। इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा तो वे भडक़ गए और अनाप-शनाप आरोप लगाने लगे की ट्रस्ट का संचालन ट्रस्ट के आठ मालिक कर रहे हैं। आप उन्हीं से पूछिए वे न तो ट्रस्ट की बैठक करते हैं और न ही रोपवे संचालन के लिए कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। न टिकट न टाईमिंग न शुल्क और न किसी को सूचना सब मनमर्जी के कर रहे हंै।