22 के दस्तावेज तक नहीं मिले
बता दें कि इन 40 जोड़ों में से जहां चार में नाबालिग होने की पुष्टि हुई, वहीं 22 जुड़े ऐसे भी थे। जिनमें उम्र के प्रमाण पत्र के स्थान पर सिर्फ शपथ पत्र के आधार पर ही विवाह संपन्न कराने की योजना थी। लेकिन इस मामले में शपथ पत्र के स्थान पर वोटर आईडी या फि र अंकसूची की डिमांड की जा रही है। फि लहाल यह विवाह संपन्न होंगे या नहीं यह कह पाना अभी जल्दबाजी होगी।
शिवरात्रि के अवसर पर था विवाह सम्मेलन
यह आयोजन महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किया जा रहा था, जानकारी लगने के बाद एसडीओपी जोइस दास, थाना प्रभारी उमाशंकर मुकाती, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी हरीश हरदेनिया और चाइल्डलाइन की टीम मौजूद रही।
मनीष दांगी चाइल्ड लाइन
अभी तक जो दस्तावेज देखे गए हैं और में जो भी जुड़े इस नाबालिग हैं। उनके विवाह रोक पाए गए हैं इसके अलावा कुछ और दस्तावेजों में भी संदेह है उनको भी देखा जा रहा है।
उमाशंकर मुकाती थाना प्रभारी तलेन
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