जानकारी के अनुसार अभिषेक पिता अशोक गुप्ता निवासी इंदौर नाका ब्यावरा परचून के व्यापारी के साथ ऑनलाइल ठगी हुई है। इस व्यापारी के पास एक मेल आया था। जिसमें खुद को बासमती चावल की ब्रांडेड कंपनी का प्रबंधक बताते हुए इस व्यापारी के साथ ऑनलाइन ठगी की गई।
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पहले लिया टोकन अमाउंट
इस व्यक्ति द्वारा पहले व्यापारी को एंजेसी फ्रेंचाइजी देने के नाम पर टोकन अमाउंट के रूप में करीब 5500 रुपए जमा करवाए। इसके बाद इ मेल और अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाया गया। इस ठग ने व्यापारी को बड़ी चतुराई के साथ अपने झांसे में लिया और 9 से 30 अगस्त के बीच दो किश्तों में करीब 2.25 लाख ओर 3 लाख रुपए के मान से कुल साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी की। इसके बाद भी उनका सम्पर्क मोबाइल, मेल और वाटसअप पर हुआ। लेकिन जब व्यापारी को अंदेशा हुआ। तो पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने उक्त मोबाईल, मेल व कंपनी की ओरिजनल वेबसाइट पर जाकर जांच करवाई तो सब फर्जी निकले। तब जाकर पता चला कि वह कपंनी का मैनेजर नहीं है। और कंपनी इस तरह किसी को फोन करके फ्रेंचाइजी नहीं देती है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पहले लिया टोकन अमाउंट
इस व्यक्ति द्वारा पहले व्यापारी को एंजेसी फ्रेंचाइजी देने के नाम पर टोकन अमाउंट के रूप में करीब 5500 रुपए जमा करवाए। इसके बाद इ मेल और अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाया गया। इस ठग ने व्यापारी को बड़ी चतुराई के साथ अपने झांसे में लिया और 9 से 30 अगस्त के बीच दो किश्तों में करीब 2.25 लाख ओर 3 लाख रुपए के मान से कुल साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी की। इसके बाद भी उनका सम्पर्क मोबाइल, मेल और वाटसअप पर हुआ। लेकिन जब व्यापारी को अंदेशा हुआ। तो पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने उक्त मोबाईल, मेल व कंपनी की ओरिजनल वेबसाइट पर जाकर जांच करवाई तो सब फर्जी निकले। तब जाकर पता चला कि वह कपंनी का मैनेजर नहीं है। और कंपनी इस तरह किसी को फोन करके फ्रेंचाइजी नहीं देती है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
अंतिम यात्रा में भी नहीं सुकून, गांव से श्मशान तक नहीं पैर रखने की जगह खुद रहे सतर्क – एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि ऐसे मामलों में हमें खुद सतर्क रहने की जरूरत है। अनजान इ मेल पर क्लिक करने की जरूरत नहीं है। इसी के साथ किसी भी प्रकार के फर्जी काल या परिचित व्यकित के काल पर ध्यान नहीं दें। वह केवल यूपीआई कोड मांगते हैं और खाते से पूरी राशि निकल जाती है। कइ बार किसी लिंक और इमेल पर क्लिक करने से ही व्यक्ति ठगी का शिकार हो जाता है। इस कारण हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है।
कोरोना के साथ डेंगू ने भी पसारे पैर, एक दिन में 9 मरीज पॉजीटिव दो किश्त में ठगी
व्यापारी के साथ दो से तीन किश्तों में करीब साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी हुई है। फिलहाल अज्ञात आरोपियों के खिलापफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
व्यापारी के साथ दो से तीन किश्तों में करीब साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी हुई है। फिलहाल अज्ञात आरोपियों के खिलापफ प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
विष्णु मीणा, जांचकर्ता एसआई, सिटी थाना ब्यावरा