इन क्लासेस में विशेषज्ञ ऑनलाइन ही बच्चों को गाइड करेंगे। साथ ही विशेष वीडियोज से बच्चों को नॉलेज मिलेगा। करंट अफेयर्स के साथ ही विषय और कॅरियर काउंसलिंग संबंधी जानकारियां भी मिलेंगी। यह प्रोजेक्ट सिर्फ औपचारिकता बनकर न रह जाए इसलिए इसकी पूरी मॉनीटरिंग कलेक्टर खुद करेंगे। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को इसके निर्देश दिए हैं।
इंटरनल मटेरियल के साथ ही जनरल नॉलेज इत्यादि उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दिया जाएगा. साथ ही समय-समय पर बच्चों के टेस्ट लिए जाएंगे। उनके प्रजेंटेशन होंगे। हायर सेकंडरी स्तर तक बच्चों को इतना अपडेट कर दिया जाएगा कि किस दिशा में उन्हें जाना और क्या उनका भविष्य होगा वे खुद तय करेंगे। बॉडी लैंग्वेज से लेकर तमाम पर्सनॉलिटी डवलपमेंट के कोर्सेस इसमें शामिल रहेंगे। भारत सरकार के दीक्षा पोर्टल का उपयोग भी इन स्कूलों में कराया जा रहा है जिसमें जनरल नॉलेज के साथ ही पढ़ाई संबंधी अन्य मटेरियल मिल रहा है। इसका उपयोग आम विद्यार्थी अपने मोबाइल से भी कर सकते हैं। खास बात यह है कि इस पोर्टल पर विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की विशेष क्लास के वीडियो अपलोडेड है। इनमें विषय संबंधी बारीकियां दी गई हैं। कुछ एनीमेटेड वीडियो भी है जिनके माध्यम से आसानी से चीजें समझ आती हैं। जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया के मार्गदर्शन में यह व्यवस्था हायर सेकेंडरी स्कूलों में करवाई गई है।
कॅरियर काउंसलिंग के लिए सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था
इन विशेष स्कूलों में एक सेंट्रलाइज्ड कॉन्फ्रेंस की जाती है जिससे बच्चों को स्कूलों में ही कॅरियर काउंसलिंग संबंधी टिप्स मिलती हैं। यानि एक ट्रेंड शिक्षक इन्हें ऑनलाइन ही अपडेट करता है। रोबोटिक लैब्स के माध्यम से भी उन्हें पूरी जानकारी मिलती है। बच्चों को रोबोटिक्स ज्ञान देने के लिए बड़े रोबोट्स बनाए गए हैं कुछ रोबोट लाइन फॉलो की जा रही है। कुछ स्कूलों में रोबोटिक पैटर्न पर अलार्म लगाया गया है जिससे बच्चों को समझने में आसानी हो रही है। पहली क्लास माइको कंट्रोलर चिप सहित अन्य बेसिक संसाधनों की शुरुआत की गई है।
इन विशेष स्कूलों में एक सेंट्रलाइज्ड कॉन्फ्रेंस की जाती है जिससे बच्चों को स्कूलों में ही कॅरियर काउंसलिंग संबंधी टिप्स मिलती हैं। यानि एक ट्रेंड शिक्षक इन्हें ऑनलाइन ही अपडेट करता है। रोबोटिक लैब्स के माध्यम से भी उन्हें पूरी जानकारी मिलती है। बच्चों को रोबोटिक्स ज्ञान देने के लिए बड़े रोबोट्स बनाए गए हैं कुछ रोबोट लाइन फॉलो की जा रही है। कुछ स्कूलों में रोबोटिक पैटर्न पर अलार्म लगाया गया है जिससे बच्चों को समझने में आसानी हो रही है। पहली क्लास माइको कंट्रोलर चिप सहित अन्य बेसिक संसाधनों की शुरुआत की गई है।
राजगढ़ के कलेक्टर हर्ष दीक्षित बताते हैं कि स्कूलों को स्मार्ट बनाने के साथ ही छात्रावास भी अपडेट करेंगे। इनमें पूरी जानकारी ऑनलाइन अपडेट रहेगी। करंट अफेयर्स के साथ ही अत्याधुनिक चीजें छात्रों को देखने को मिलेगी। रोबोटिक लैब भी इसमें काफी मददगार होंगे। शिक्षा विभाग की एक विशेष टीम इसी कार्य में जुटी रहेगी। जिला शिक्षा अधिकारी इसके नोडल अधिकारी रहेंगे।