लेकिन 2004 में आवंटित की गई जमीन के बाद जेल को लेकर आगे कोई कार्रवाई नहीं बड़ी। ऐसे में विधायक बापूसिंह तंवर ने अब इसे विधानसभा के माध्यम से उठाते हुए नए जेल की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसी भी जेल की बाजार से कितनी दूरी होनी चाहिए और आवास कहा होना चाहिए।
पास ही यदि कोई ऊंचा शॉपिंग दुकान है तो वह कितनी दूरी पर होना चाहिए। जेल की दीवारे कितनी ऊंची हो कि कैदी जेल से भाग न सके। यदि यह सभी शर्ते जो जेल को लेकर तय की गई है। यदि उन पर राजगढ़ का जेल खरा नहीं उतरता तो फिर नए जेल की स्वीकृति को लेकर क्या किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जेल को लोनिवि द्वारा पहले ही कंडम घोषित किया जा चुका है। उसके बाद भी यही पर कैदी बंद है। बारिश के दिनों में जेल कई जगहों से टपकता है।