जानकारी के अनुसार मोना सुस्तानी के पति ललित मोहन सुस्तानी भी जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं, मोना सुस्तानी के ससुर गुलाब सिंह सुस्तानी राजगढ़ विधानसभा से 2 बार विधायक रहे हैं। और एक बार एमपी एग्रो का चेयरमैन रहे हैं। जबकि चार बार उन्हें विधानसभा का टिकट दिया गया। इनका पूरा परिवार करीब तीन पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी से विभिन्न पदों पर रहकर जनता की सेवा करता आ रहा है, वहीं ये परिवार पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खास कार्यकर्ताओं और मिलने वालों में से एक है। ऐसे में मोना सुस्तानी का भाजपा ज्वाइन करना कांग्रेस को एक बड़ा झटका है। क्योंकि कांग्रेस पार्टी को उम्मीद नहीं थी कि वे कभी भाजपा ज्वाईन कर लेंगी।
कांग्रेस नेत्री मोना सुस्तानी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से चर्चा के बाद ये बड़ा फैसला लिया है, उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में रविवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई।
समाजसेवी के रूप में बनाई पहचान
आपको बतादें कि कांग्रेस नेत्री मोना सुस्तानी सिर्फ राजनीति ही नहीं करती हैं, बल्कि वे जनसेवा और समाजसेवा में भी आगे हैं, उन्होंने राजगढ़ में कुरीति के रूप में फैल रही झगड़ा प्रथा के खिलाफ भी अभियान चलाया था। मोना सुस्तानी ने पत्रिका से चर्चा के दौरान बताया कि जिस पार्टी में काम का कोई मूल्यांकन ना किया जा रहा हो, ऐसी पार्टी में रहने से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को सर्वश्रेष्ठ पार्टी बताया।
सुस्तानी परिवार दिग्विजय सिंह का खास
मोना सुस्तानी का पूरा परिवार शुरू से ही दिग्विजय सिंह का खास रहा है, जब भी कोई राजनीति से जुड़ा अहम निर्णय लेना होता था तो दिग्विजय सिंह गुलाब सिंह सुस्तानी से पहले चर्चा करते थे, उनसे सलाह लेते थे, इसके बाद ही कोई निर्णय लेते थे, फिर चाहे जिले में टिकट का मामला हो या फिर कार्यकारिणी का गठन हो। ये परिवार पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का इतना खास रहा है कि बीते चुनाव में विधायक लक्ष्मण सिंह का विरोध होने के बावजूद भी दिग्विजय सिंह ने मोना सुस्तानी को टिकट दिया था।