एम्स-भुवनेश्वर के अधीक्षक एस.एन मोहंत ने बताया, “उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था और उन्हें मस्तिष्क आघात भी हुआ था। हालांकि, उनका निधन हृदय गति रुकने से हुआ।” सेठी ओडिशा में एक प्रसिद्ध भाजपा नेता थे। वह पहली बार 2000 में भाजपा के टिकट पर ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे। बाद में 2019 में भद्रक जिले के धामनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने। उन्होंने ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता के रूप में भी कार्य किया।
उन्हें बीजद सरकार के कड़े आलोचक के रूप में जाना जाता था। वे एक राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक लेखक भी थे। ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने भी विष्णु चरण सेठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें एक सक्षम विधायक और एक लोकप्रिय राजनेता बताते हुए उनकी शाश्वत शांति की कामना की हैनेता के ।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा नेता सेठी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “ओडिशा के एक प्रमुख सार्वजनिक व्यक्ति श्री विष्णु चरण सेठी के निधन से दुखी हूं। एक विपुल लेखक, श्री सेठी एक प्रख्यात विधायक थे। उनके निधन से एक खालीपन आया है जिसे भरना मुश्किल है। उनके परिवार, शुभचिंतकों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
विष्णु चरण सेठी के निधन पर ओडिश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे धामनगर विधायक विष्णु चरण सेठी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ है। एक जनप्रतिनिधि के रूप में लोगों के लिए उनके कल्याणकारी कार्य हमेशा याद किए जाएंगे। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना और दुख की इस घड़ी में उनकी आत्मा को शांति मिले।”