घटना शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर भूंगड़ा कस्बे की है। यहां 60 वर्षीय गणपतलाल पुत्र जीवा नाई की तबीयत लंबे समय से खराब थी। उनकी शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे मृत्यु हो गई। इसके बाद पूरा समाज उसी में लग गया। गणपतलाल के दो बेटे हैं। एक कुवैत में और दूसरा लंबे समय से अलग रहता है।
शाम करीब 4 बजे दाह संस्कार कराया गया। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता ललित कलाल और रवि कलाल मृतक परिवार से मिले। उनको मतदान का महत्व समझाया। इसके बाद मृतक की पत्नी सूरज देवी को साथ लाए और मतदान कराया है। इस दौरान समाज के कन्हैयालाल नाई, आदेश्वर नाई, भरत, शंकर के साथ ही अन्य 50 लोगों ने शाम करीब 5 बजे केन्द्र पर पहुंच मतदान किया है।