8 से 18 घंटे पहले हुआ है नवजात का जन्म
जिला अस्पताल में पहुंची मासूम नवजात की प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि नवजात का जन्म आठ से 18 घंटे पहले हुआ है। निहालपुर गांव के इस मामले ने हर किसी को सकते में ला दिया है।
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रबी सीजन होने के कारण इन दिनों खेत में सिंचाई के लिए पानी छोडऩे का काम जारी है। गांव के सरपंच यादव के खेत पर भी सिंचाई की जा रही है। किसान ने बताया कि नवजात को जहां फेंका गया था वह हिस्सा काफी गीला था। बच्ची का शरीर ठंडा पड़ चुका था। उन्होंने बच्ची को उठाकर अपने गमछे में लपेट लिया। बच्ची ठंड के कारण अकड़ रही थी। नर्स ने नली के माध्यम से उसे सांसें दीं। और बच्ची की जान बचा ली गई।
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बच्ची किसकी है इसकी जांच की जा रही है
मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि सरपंच ने सूचना दी थी। बच्ची को फेंकने वाले की तलाश की जा रही है। उधर जिला अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि नवजात बच्ची को डायल-100 की मदद से जिला अस्पताल लाया गया था। जन्म के कुछ देर बाद ही बच्ची को गीली जगह पर फेंक दिया गया था। इस कारण उसे हाइपोथर्मिया हुआ है। उसकी सांसें तो चल रही थीं, लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी। अस्पताल में पहुंचते ही उसका इलाज शुरू किया गया। सबसे पहले उसे भांप देना शुरू किया। नर्स ने नली के माध्यम से उसे सांसें दीं। ऐसा कर बच्ची की जान बचाई गई। अब उसकी हालत में सुधार है। उसे जिला अस्पताल के एसएनसीयू में रखा गया है।