Read this also: यूपी के प्रतापगढ़ (Pratapgarh,UP) के रहने वाले जगदीश प्रसाद मिश्र अपने परिवार के साथ मुंबई कल्याण(Kalyan, Mumbai) में रहते हैं। कोरोना महामारी की वजह से प्रवासियों को आ रही दिक्कत को देखते हुए इस परिवार ने भी घर वापस आने का फैसला किया।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक वे लोग एक प्राइवेट टैक्सी करके कल्याण से यूपी के प्रतापगढ़ जा रहे थे। गुरुवार की सुबह टैक्सी रायसेन जिले (Raisen) के सांची (Sanchi) पहुंची थी कि ड्राइवर को झपकी आ गई। झपकी आने से टैक्सी अनियंत्रित होकर हायर सेकेंड्री स्कूल के सामने डिवाइडर से टकरा गई। डिवाइडर से कार टकराते ही कार में बैठे लोगों में चीख पुकार मच गई। सुबह सवेरे का समय होने की वजह से सड़क पर कम लोग थे। किसी ने 100 डाॅयल किया। 100 डाॅयल के सिपाहियों ने घायलों को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक वे लोग एक प्राइवेट टैक्सी करके कल्याण से यूपी के प्रतापगढ़ जा रहे थे। गुरुवार की सुबह टैक्सी रायसेन जिले (Raisen) के सांची (Sanchi) पहुंची थी कि ड्राइवर को झपकी आ गई। झपकी आने से टैक्सी अनियंत्रित होकर हायर सेकेंड्री स्कूल के सामने डिवाइडर से टकरा गई। डिवाइडर से कार टकराते ही कार में बैठे लोगों में चीख पुकार मच गई। सुबह सवेरे का समय होने की वजह से सड़क पर कम लोग थे। किसी ने 100 डाॅयल किया। 100 डाॅयल के सिपाहियों ने घायलों को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया।
Read this also: बहनों ने दी भाई केे अर्थी को कंधा, छोटी बहन ने दी मुखाग्नि मेडिकल इमरजेंसी की खुली पोल, एक ड्रेसर तक अस्पताल में नहीं घायल परिवार मिश्रा परिवार को सांची अस्पताल पुलिसवालों ने पहुंचाया। लेकिन यहां सरकारी अस्पताल में मेडिकल इमरजेंसी की पोल खुल गई। सामान्य घायलों की ड्रेसिंग तक के लिए कोई मौजूद नहीं था। ड्रेसर नहीं होने की वजह से यहां से सभी को विदिशा रेफर कर दिया गया।
घायलों में जगदीश मिश्र, उनकी पत्नी, बहू और दो साल का एक बच्चा शामिल है। विदिशा अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है।
घायलों में जगदीश मिश्र, उनकी पत्नी, बहू और दो साल का एक बच्चा शामिल है। विदिशा अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है।
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