जानकारी के अनुसार, किसान रामलाल चढ़ार अपने खेत पर तीन बेटियों के साथ काम करने गया था। खेत पर बने कुएं से पानी भरते समय उसकी 11 बर्षीय बेटी शेफाली का पैर फिसल गया, जिसके चलते वो कुएं में डूबने लगी। बड़ी बहन को पानी में डूबता देख 9 वर्षीय वैशाली ने भी उसे बचाने के लिए कुएं में छलांग लगा दी, लेकिन एक दूसरे को पकड़ने के चक्कर में दोनों ही पानी में डूबने लगीं। इसी दौरान किसान रामलाल चढ़ार ने जब अपनी बेटियों को कुएं में डूबता देखा तो उसने भी कुएं में छलांग लगा दी। लेकिन, देखते ही देखते तीनों ही कुएं में डूब गए।
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7 साल की बच्ची ने अपनी आंखों के सामने पिता और दो बहनों को डूबते देखा
अपने पिता के साथ दो बड़ी बहनों को कुएं में डूबते हुए हादसे का शिकार रामलाल चढ़ार के तीसरी 7 वर्षीय बेटी शुभी ने अपनी आंखों से देखा। वो अपने पिता और बहनों को बचाने के लिए आसपास जोर जोर से चिल्लाते हुए गुहार लगाती रही। लेकिन, काफी देर वहां कोई नहीं पहुंचा। हालांकि, कुछ देर बाद एक राहगीर वहां से गुजरा, उसने बच्ची से रोने का कारण पूछा तो बच्ची ने बताया कि, उसकी दो बहने और पिता कुएं में डूब गए हैं। राहगीर ने इसकी सूचना ग्राम वासियों को दी। इसके बाद मौके पर मौके पर कई ग्रामवासी पहुंचे। ग्रामीणों ने तीनों को कुएं से निकाला, लेकिन तब तक उन तीनों की मौत हो चुकी थी।
पूरे गांव में मातम
ग्रामीणों द्वारा इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल, पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है। वहीं, घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। साथ ही, मृतकों के परिजन का रो रोकर बुरा हाल है।