अफसर टालते रहे मामला
अधिकारियों की मिलीभगत से लगातार खुदाई का काम चल रहा है। इसकी जानकारी वन विभाग के एसडीओ और बारना विभाग के ईई को दी गई तो वे मामले को टालते रहे। लेकिन बांध को खतरे में देख नगर के मीडियाकर्मियों ने ख्,ाुद पहल की। तब बमुश्किल पहुंचे नाकेदार सहित अन्य वन कर्मियों ने उत्खनन रुकवाया। हालांकि सूचना के बाद भी बारना परियोजना का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे स्पष्ट है कि बारना के अधिकारियों की इस अवैध उत्खनन में मूक सहमति संभव है।
सैकड़ों ट्राली मिट्टी खोदी
बांध की दीवार से लगकर ठेकेदार ने सैकड़ों ट्राली मिट्टी निकाली है। इसमें पोकलेन, जेसीबी मशीने लगाई गईं। डंपरों से मिट्टी की ढ़लाई की गई। बिना अनुमति के बांध के नजदीक से किए गए उत्खनन से बारना के अधिकारी आज भी अंजान हैं। बांध के पास जिस तरह से खुदाई चल रही है वह आसपास के रहवासी इलाको के लिए बेहद खतरनाक है। ऐसा ही चलता रहा तो बांध की कमजोर हो रही दीवारें किसी भी दिन धराशायी हो सकती है।
वर्जन…
मुझे अभी जानकारी प्राप्त हुई है, मैं दिखवाता हूं। एसडीओ और उपयंत्री नहीं है। उत्खनन को रोका जाएगा।
एचडी कुम्हार, ईई बारना परियोजना बाड़ी