दरअसल रायसेन जिले के बाड़ी में जेई मनोज जायसवाल (विधुत वितरण कम्पनी) पर उनके ऑफिस में विधुत ठेकेदार, दबंग चंद्रप्रकाश सेन और उसके साथियों ने जानलेवा हमला कर दिया है। यहां इन्होंने रॉड डंडे से जेई की पिटाई करने के साथ ही उन्हें गालियां भी दीं। जिस समय यह पूरी वारदात हुई उस समय ऑफिस में जेई के साथ एक बाबू बैठा था। वारदात को होता देख बाबू ने पुलिस को फोन से सूचना दी, वहीं पुलिस के आने की सूचना पर अपराधी अपने काम को अंजाम देकर वहां से भाग निकले।
बिलों व खपत में अंतर अधिक होने के चलते मनोज जायसवाल ने अपनी टीम के साथ कृषि की सिंचाई के लिए रखे ट्रांसफार्मरों में से कितने चालू और कितने बंद है इसकी जानकारी जुटाई। तो पाया कि कुछ ट्रांसफार्मर विभाग में बगैर दर्ज हुए यहां चल रहे हैं, तब उन्होंने इसकी बारीकी से पड़ताल की तो गड़बड़ी का मालूम चला जिस पर वह एक ट्रांसफारमर जो उड़दमऊ में मिला उसे उतरवा कर ले आए। ऐसे में इस कार्यवाही से ठेकेदार तिलमिला उठा और उसने सुनियोजित ढंग से उन पर हमला कर दिया।
ठेकेदार चंद्रप्रकाश सेन अपने साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से शुक्रवार की शाम करीब 07:30 बजे बिजली ऑफिस पहुंचा और उसने जयसवाल के पास बैठे लोगों को कट्टा दिखाकर बाहर कर दिया। जिसके बाद गालियों बकते हुए उनके साथ मारपीट शुरु कर दी। मारते समय ठेकेदार की ओर से ये पूरा ध्यान रखा गया कि न तो खून निकले और न ही कोई हड्डी टूटे। उन लोगों ने जिस मकसद से जायसवाल के साथ मारपीट की उसमें वह काफी हद तक सफल भी हुए और फिर वहां से निकल गए। इस मामले मनोज जयसवाल की शिकायत पर चंद्रप्रकाश सेन पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।